जिस समय इस बेटी को गोद में लिया गया तो उसके शरीर में तमाम चीटियां काट रही थी, फिलहाल बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है। सोमवार को ताखा चौराहे से सुतियानी जाने वाले मार्ग पर एक समोसे की बंद दुकान के सामने कोई एक बच्ची को कपड़े में लपेटकर छोड़ गया था।
इस दौरान रठूरी निवासी दिवारी लाल वहां से गुजर रहे थे। उन्हें नवजात के रोने की आवाज सुनाई दी तो उन्होंने मार्ग पर जा रहे टिंकू यादव निवासी सुतियानी को बुलाया पास जाकर देखा तो एक बच्ची कपड़े मे लिपटी हुई जमीन पर पड़ी थी। उसके शरीर पर तमाम चीटियां लगी थीं, टिंकू ने बच्ची को गोद में उठाया उसके शरीर से चीटियों को हटाया।
नाभि के पास लगा नीले रंग का टैग
बच्ची की नाभि के पास एक नीले रंग का टैग लगा था। उसके पैर में भी नीले रंग की स्याही लगी थी। जिससे माना जा रहा है कि बच्ची किसी अस्पताल में पैदा हुई है। इससे अंदाजा लगाया गया कि लड़के की चाहत में लड़की पैदा होने पर उसे कोई दुकान के पास डाल गया। टिंकू ने बच्ची के मिलने की सूचना अपनी साली प्रतीक्षा को दी, तो उसने बताया उसे कोई बच्चा नहीं है।
वह उसे लेकर अपनी बेटी की तरह पालना चाहती है। प्रतीक्षा अपने पति नीरेस के साथ पहुंची और उसने बेटी को गले लगा लिया। प्रतीक्षा ने कहा कि वे अपनी बेटी की तरह परवरिश करेगी।
सरसईनावर सीएचसी प्रभारी डा. अजय विक्रम ने बताया उनकी सीएचसी पर रविवार और सोमवार में दो प्रसव ऐसे हुए हैं। जिन्हें लड़की पैदा हुई है इस बच्ची के मिलने की सूचना पर दोनों परिवारों में जानकारी ली गई है दोनों परिवारों में उनकी बेटियां घरों में हैं। उपजिलाधिकारी ताखा श्वेता मिश्रा ने बताया यदि कोई बच्ची पड़ी हुई मिली है तो उसे विभागीय कार्रवाई के बाद ही लिया जा सकता है, वह पूरे मामले की जानकारी ले रही हैं।