क्या वाकई सनस्क्रीन लगाने से बढ़ सकता है स्किन कैंसर का खतरा? डॉक्टर से जानें क्या है सच्चाई
GH News April 12, 2025 11:06 AM

गर्मी के मौसम में बाहर निकलने पर हम सभी sunscreen,लेकिन क्या वाकई इसे लगाने से स्किन कैंसर का खतरा बढ़ता है? आइए डॉक्टर से जानते हैं.

गर्मी का मौसम अपने संग कई तरह की परेशानियां लेकर आता है. इसमें सबसे बड़ी परेशानी ये है कि बाहर निकलते ही धूप हमें घेर लेती है और हाथ-पैर काले होने लगते हैं. धूप के चलते टैनिंग हो जाती है जो जल्दी पीछा नहीं छोड़ती है. टैनिंग न हो इसके लिए हम धूप में निकलने से पहले सनस्क्रीन लगाते हैं. हालांकि कई बार सुनने में आता है कि सनस्क्रीन लगाने से स्किन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. इस बात में किती सच्चाई है आइए जानते हैं डॉ. आशु यादव (वरिष्ठ रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट, एंड्रोमेडा कैंसर हॉस्पिटल सोनीप) से.

  • स्किन कैंसर का खतरा होता है कम-

डॉ. आशु यादव ने बताया कि बहुत से लोगों में यह गलतफहमी है कि सनस्क्रीन लगाने से स्किन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन यह पूरी तरह गलत है. अब तक कोई भी साइंटिफिक रिसर्च यह साबित नहीं कर पाया है कि सनस्क्रीन का इस्तेमाल करने से स्किन कैंसर होने की संभावना बढ़ती है. बल्कि, सच्चाई इसके बिल्कुल अलग है. अच्छी क्वालिटी वाले सनस्क्रीन का उपयोग, जिसमें एसपीएफ 30 या उससे अधिक होता है, त्वचा को हानिकारक यूवी किरणों से बचाता है और इस तरह से स्किन कैंसर का खतरा कम करता है.

  • सूरज की रोशनी बढ़ाती है खतरा-

सनस्क्रीन और स्किन कैंसर के बीच इस झूठे संबंध का कारण यह है कि जिन लोगों ने ज्यादा सनस्क्रीन का इस्तेमाल किया, वे वही लोग थे जो अधिक धूप वाले क्षेत्रों में यात्रा कर रहे थे. इसका मतलब यह है कि असली समस्या सनस्क्रीन नहीं, बल्कि ज्यादा धूप में रहना था, जब लोग छुट्टियां मनाने या तेज धूप वाले इलाकों में जाते हैं, तो वे त्वचा को बचाने के लिए ज्यादा सनस्क्रीन लगाते हैं, लेकिन अगर वे लंबे समय तक धूप में रहते हैं, तो उनके शरीर को ज्यादा यूवी किरणों का सामना करना पड़ता है, जो त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं और स्किन कैंसर का खतरा बढ़ा सकती हैं. इसलिए, समस्या सनस्क्रीन नहीं, बल्कि ज्यादा सूरज की रोशनी में रहने की होती है.

  • स्किन कैंसर से बचाव –

सनस्क्रीन का सही तरीके से इस्तेमाल स्किन कैंसर से बचाव में मदद करता है. इसे धूप में जाने से 20-30 मिनट पहले लगाना चाहिए और हर दो-तीन घंटे में दोबारा लगाना जरूरी होता है, खासकर जब आप स्विमिंग कर रहे हों या ज्यादा पसीना आ रहा हो. इसके अलावा, सिर्फ सनस्क्रीन ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि सूरज की तेज किरणों से बचने के लिए टोपी पहनना, छाते का इस्तेमाल करना और पूरी बाजू के कपड़े पहनना भी जरूरी होता है.

इसलिए, अगर आपको स्किन कैंसर से बचना है तो सनस्क्रीन का सही तरीके से इस्तेमाल करें और सूरज की हानिकारक किरणों से अपनी त्वचा को सुरक्षित रखें. यह न सोचें कि सनस्क्रीन से खतरा बढ़ता है, बल्कि इसे अपनी स्किन केयर रूटीन का अहम हिस्सा बनाएं और सुरक्षित रहें.

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