गर्मी में राहत का राज! अपनाएं ये 8 आयुर्वेदिक उपाय और पाएं शरीर में ठंडक का एहसास – जरूरी खबर
sabkuchgyan April 19, 2025 03:50 PM

गर्मी में राहत का राज छिपा है आयुर्वेद की प्राचीन और प्रभावशाली परंपराओं में, जो आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं। जैसे ही तापमान 40 डिग्री से ऊपर पहुंचता है, शरीर में हीट स्ट्रेस, डिहाइड्रेशन और जलन की शिकायतें बढ़ जाती हैं। ऐसे में बेल का शरबत, नारियल पानी, छाछ और आंवला जैसे घरेलू आयुर्वेदिक उपाय न सिर्फ शरीर को ठंडक पहुंचाते हैं, बल्कि पूरे सिस्टम को बैलेंस भी करते हैं।

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नारियल पानी

नारियल का तेल

गर्मी के मौसम में अगर शरीर को इलेक्ट्रोलाइट्स और मिनरल्स की पूर्ति करनी है, तो नारियल पानी एक आदर्श विकल्प है। इसमें पोटैशियम, सोडियम और मैग्नीशियम जैसे तत्व होते हैं जो शरीर को डीहाइड्रेशन से बचाते हैं और इंस्टेंट एनर्जी देते हैं।

बेल का शरबत

बेल फल को आयुर्वेद में त्रिदोष नाशक कहा गया है। गर्मियों में इसका शरबत शरीर को अंदर से ठंडक देता है, डाइजेशन को सुधारता है और लू से बचाने में असरदार है। इसके रेचक गुण पेट साफ करने में मदद करते हैं और थकावट दूर करते हैं।

आंवला

आंवला

आंवला सिर्फ इम्युनिटी बूस्टर नहीं है, बल्कि यह गर्मियों में पित्त दोष को शांत करने वाला एक प्राकृतिक उपाय भी है। इसका सेवन जूस, मुरब्बा या चूर्ण के रूप में करने से शरीर की गर्मी कम होती है और स्किन भी ग्लो करती है।

पुदीना

पुदीना में मौजूद मेंथॉल शरीर को तेजी से ठंडा करता है। इसकी तासीर ठंडी होती है, जो गर्मियों में पेट की जलन, गैस और सिरदर्द जैसी परेशानियों को दूर करती है। पुदीना पानी, चटनी या काढ़े के रूप में लिया जा सकता है।

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छाछ

दही से बनी छाछ एक बेहतरीन प्रोबायोटिक है, जो पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने के साथ शरीर में ठंडक बनाए रखती है। गर्मी में रोज दोपहर के खाने के साथ एक गिलास छाछ पीना लू से बचाता है और शरीर को हल्का महसूस कराता है।

चंदन का लेप

चंदन का लेप न केवल स्किन को राहत देता है, बल्कि उसकी खुशबू मन को भी ठंडक पहुंचाती है। गर्मियों में फेस पैक या बॉडी लेप के रूप में इसका इस्तेमाल सनबर्न और रैशेज़ को कम करता है और स्किन को नरम बनाए रखता है।

शीतली और शीतकारी प्राणायाम

वैग्रासाना

योग में वर्णित शीतली और शीतकारी प्राणायाम गर्मियों में शरीर के तापमान को संतुलित करने के लिए सबसे कारगर उपाय माने जाते हैं। इन तकनीकों के ज़रिए सांस के साथ ठंडी ऊर्जा शरीर में प्रवेश करती है और मानसिक तनाव भी कम होता है।

हल्के कपड़े

गर्मी के मौसम में सूती या लिनन जैसे सांस लेने वाले कपड़े पहनना शरीर को अधिक गर्म होने से बचाता है। गाढ़े रंगों की बजाय हल्के रंग पहनने से गर्मी अवशोषण कम होता है और त्वचा खुलकर सांस ले पाती है।

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