इंटरनेशनल न्यूज. सऊदी अरब का खजूर अब केवल एक मीठा फल नहीं रह गया है, बल्कि यह वैश्विक व्यापार और स्वास्थ्य के क्षेत्र में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। 2024 में खजूर के निर्यात में 15.9 प्रतिशत की वृद्धि के साथ इसकी कुल कीमत 451.7 मिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। 133 देशों में इसकी बढ़ती मांग यह दर्शाती है कि खजूर अब एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सुपरफूड बन चुका है।
सऊदी प्रेस एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष देश में 1.9 मिलियन टन से अधिक खजूर का उत्पादन हुआ है। यहां खजूर के 3.3 करोड़ से अधिक पेड़ हैं, जो वैश्विक खजूर के पेड़ों का लगभग 27 प्रतिशत हिस्सा बनाते हैं। इसके अलावा, पूरे देश में 1.23 लाख से अधिक पाम फार्मिंग इकाइयां कार्यरत हैं, जो इस उद्योग को और मजबूत कर रही हैं।
सऊदी अरब की 'विजन 2030' योजना के तहत खजूर उद्योग को तेल पर निर्भरता कम करने के एक महत्वपूर्ण विकल्प के रूप में विकसित किया जा रहा है। पिछले आठ वर्षों में खजूर के निर्यात में लगभग 192.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह सालाना औसतन 12.7 प्रतिशत की दर से हो रही प्रगति इस बात का प्रमाण है कि खजूर अब देश की आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मजबूत आधार बनता जा रहा है।
सऊदी खजूर की वैश्विक पहचान बनाने में सरकार, निजी कंपनियों और निर्यातकों की सामूहिक भागीदारी महत्वपूर्ण रही है। खजूर की गुणवत्ता में सुधार, प्रोसेसिंग तकनीक को आधुनिक बनाना और अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रांडिंग के लिए कई योजनाएं चल रही हैं। वर्ष 2023 में खजूर के वैश्विक बाजार का आकार 120 मिलियन डॉलर था, जो 2032 तक 220 मिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है।
खजूर न केवल सऊदी खानपान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, बल्कि यह उसकी संस्कृति और पहचान का भी प्रतीक है। यही कारण है कि सऊदी अरब के राष्ट्रीय चिन्ह में खजूर का पेड़ शामिल है। यह फल पारंपरिक अतिथि सत्कार का प्रतीक माना जाता है। आज यह अपने पोषण, स्वाद और औषधीय गुणों के चलते विश्वभर में प्रसिद्ध हो चुका है। International Dates Council और नेशनल सेंटर फॉर पाम्स एंड डेट्स जैसे संस्थानों की सक्रिय भागीदारी ने इसे दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।