बेंगलुरु: चेन्नई सुपर किंग्स के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने स्वीकार किया है कि डेवाल्ड ब्रेविस से संबंधित डीआरएस (डिसीजन रिव्यू सिस्टम) का मामला मैच का निर्णायक मोड़ बन गया। सीएसके को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ दो रनों से हार का सामना करना पड़ा।
सीएसके और आरसीबी के बीच खेले गए इस मैच के अंतिम ओवरों में एक बड़ा डीआरएस विवाद उत्पन्न हुआ, जब ब्रेविस के पास एलबीडब्ल्यू के फैसले को चुनौती देने का समय नहीं था।
चेन्नई सुपर किंग्स 214 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी। मैच के 17वें ओवर की तीसरी गेंद पर एनगिडी की फुल टॉस गेंद ब्रेविस के पैड पर लगी, और अंपायर ने तुरंत उन्हें आउट करार दिया। हालांकि, टीवी रिप्ले में यह स्पष्ट था कि गेंद लेग स्टंप को मिस कर रही थी।
आमतौर पर, स्क्रीन और स्टेडियम के डिस्प्ले बोर्ड पर 15 सेकंड का टाइमर शुरू होता है, जिसमें बल्लेबाज को डीआरएस लेने का मौका मिलता है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ।
इस पर जडेजा और ब्रेविस ने मैदानी अंपायर नितिन मेनन और मोहित कृष्णदास के साथ बहस की। अंततः ब्रेविस को पहली गेंद पर शून्य पर आउट होकर वापस लौटना पड़ा।
सीएसके के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने कहा कि यह मैच का एक महत्वपूर्ण क्षण था। उन्होंने कहा, 'हमने दो गेंदों में दो विकेट गंवा दिए। हम मैच में बने हुए थे और हमें लगा कि हम आसानी से लक्ष्य हासिल कर लेंगे। यह एक बड़ा क्षण था।' ब्रेविस ने समय पर रिव्यू लिया था या नहीं, यह स्पष्ट नहीं है। जिस समय उन्हें आउट करार दिया गया, वह रन के लिए दौड़ रहे थे।
फ्लेमिंग ने आगे कहा, 'जैसे ही आपको आउट दिया जाता है, टाइमर शुरू हो जाता है। हालांकि, खेल को पूरा होने में काफी समय लग गया था, और अंपायर के अनुसार, समय समाप्त हो गया था।'
आरसीबी ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 213 रन बनाए, जिसमें जैकब बेथेल ने 62 और विराट कोहली ने 55 रनों की पारी खेली। जवाब में, चेन्नई के आयुष म्हात्रे ने 94 और जडेजा ने 77 रन बनाए, लेकिन टीम 211 पर सिमट गई। सीएसके अब अपना अगला मुकाबला बुधवार को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ खेलेगी।