कानपुर शहर जल्द ही एक शानदार गंगा रिवरफ्रंट का निर्माण करेगा, जो गंगा बैराज से शुक्लागंज तक 8 किलोमीटर तक फैला होगा। यह परियोजना न केवल शहर की खूबसूरती को बढ़ाएगी, बल्कि पर्यटन को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। यह रिवरफ्रंट गुजरात के नर्मदा और लखनऊ के गोमती रिवरफ्रंट की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है, जो कानपुरवासियों के लिए गर्व का विषय है। आइए, इस महत्वाकांक्षी योजना के नवीनतम अपडेट और इसके लाभों के बारे में जानते हैं।
कानपुर में गंगा रिवरफ्रंट का विचार नया नहीं है। इसकी योजना 2013 में बनाई गई थी, जब गंगा बैराज से सिद्धनाथ घाट तक 11.5 किलोमीटर लंबे रिवरफ्रंट की चर्चा हुई थी। हालांकि, विभिन्न कारणों से यह परियोजना ठंडे बस्ते में चली गई। लेकिन, 29 अगस्त 2024 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस योजना को पुनर्जीवित किया। अब यह प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ रहा है, और इसका पहला चरण 8 किलोमीटर लंबा होगा।
3 मई 2025 को, तीन विभागों के इंजीनियरों की एक टीम ने गंगा बैराज से शुक्लागंज तक नाव और ड्रोन की सहायता से तीन घंटे का विस्तृत सर्वेक्षण किया। डिवीजनल कमिश्नर के. विजयेंद्र पांडियन के निर्देश पर यह सर्वे रिवरफ्रंट की संभावनाओं का आकलन करने के लिए किया गया। ड्रोन द्वारा लिए गए वीडियो और तस्वीरें प्रोजेक्ट की डिजाइनिंग में सहायक होंगी। इसके अलावा, इंजीनियरों की एक टीम जल्द ही बिहार के पटना जाएगी, जहां वे गंगा पाथ प्रोजेक्ट का अध्ययन करेंगे। इस सर्वेक्षण और अध्ययन के आधार पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसे राज्य सरकार को सौंपा जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विकास एजेंडे में गंगा रिवरफ्रंट एक महत्वपूर्ण परियोजना है। उनकी देखरेख में प्रशासन ने इस पर तेजी से कार्य प्रारंभ कर दिया है। यह रिवरफ्रंट न केवल कानपुर की शहरी सुंदरता को बढ़ाएगा, बल्कि गंगा नदी की सफाई और मरीन लाइफ के संरक्षण में भी योगदान देगा। यह शहर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।
गंगा रिवरफ्रंट के निर्माण से कानपुर में पर्यटन को नई दिशा मिलेगी। यह रिवरफ्रंट शहरवासियों और पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल बनेगा, जहां पार्क, सैर-सपाटे की जगहें, और खाने-पीने की दुकानें होंगी। गंगा की सफाई से नदी का पारिस्थितिकी तंत्र मजबूत होगा, और मरीन लाइफ को संरक्षण मिलेगा। यह प्रोजेक्ट स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी गति देगा, क्योंकि पर्यटकों की आवाजाही से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
गंगा रिवरफ्रंट कानपुर के लिए केवल एक बुनियादी ढांचा परियोजना नहीं है, बल्कि यह शहर की पहचान को नया आयाम देने वाला कदम है। यह प्रोजेक्ट कानपुर को आधुनिकता और प्रकृति के संगम का अनूठा उदाहरण बनाएगा। जैसे-जैसे यह परियोजना आगे बढ़ेगी, कानपुरवासियों का उत्साह भी बढ़ता जाएगा। यह रिवरफ्रंट न केवल स्थानीय लोगों के लिए गर्व का विषय होगा, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए एक मिसाल बनेगा।