गर्भावस्था के नौ महीनों से लेकर बच्चे के जन्म और उसके बाद के महीनों तक, नई माताओं के लिए कई चुनौतियाँ होती हैं। उन्हें न केवल शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे वजन बढ़ना, हाथ-पैरों में दर्द और कमजोरी, बल्कि नींद की कमी के कारण मानसिक तनाव भी महसूस होता है। नवजात शिशु अक्सर रात में जागते हैं और दिन में सोते हैं, जिससे मां को पर्याप्त नींद नहीं मिल पाती। यह स्थिति आमतौर पर जन्म के बाद पहले छह सप्ताह तक रहती है, लेकिन भावनात्मक और शारीरिक परिवर्तन इससे अधिक समय तक भी रह सकते हैं।
नई माताओं को शारीरिक, भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इस समय में सबसे बड़ा सहयोग उनके पति से मिल सकता है। हर पति को यह समझना चाहिए कि बच्चे के जन्म के बाद उनकी पत्नी को किस प्रकार का समर्थन चाहिए।
जब एक महिला माँ बनती है, तो उसके जीवन में कई बदलाव आते हैं। प्रसव के बाद थकान, शरीर की रिकवरी में समय, हार्मोनल बदलावों के कारण मूड स्विंग, और स्तनपान के दौरान होने वाली समस्याएँ जैसे दर्द और सूजन, ये सभी नई माँ के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।
मनोदशा में उतार-चढ़ाव, चिड़चिड़ापन, नींद की कमी, और शिशु के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जैसी भावनाएँ भी नई माताओं को प्रभावित करती हैं।
एक नई माँ अक्सर अकेलापन महसूस कर सकती है, खासकर जब उसे अपने साथी या परिवार से सहयोग नहीं मिलता। पति को अपनी पत्नी को भावनात्मक समर्थन देने के लिए धैर्य और सहानुभूति दिखानी चाहिए।
पति को यह समझना चाहिए कि प्रसव के बाद की अवधि में पत्नी को शारीरिक और भावनात्मक सहायता की आवश्यकता होती है।
पति को अपनी पत्नी की बातों को ध्यान से सुनना चाहिए और उसे अपनी भावनाएँ व्यक्त करने का अवसर देना चाहिए। यदि पत्नी को तनाव या चिंता महसूस हो रही है, तो उसे पेशेवर सहायता लेने के लिए प्रोत्साहित करें।
पति को नवजात शिशु की देखभाल में मदद करनी चाहिए, जैसे बच्चे को खाना खिलाना, डायपर बदलना, और माँ को आराम करने का समय देना।
घर के कामों में भी पत्नी की मदद करें, ताकि वह तनावमुक्त रह सके।
पति-पत्नी के बीच भावनात्मक निकटता बनाए रखना महत्वपूर्ण है। छोटी-छोटी बातें करना और एक साथ समय बिताना उनके रिश्ते को मजबूत बना सकता है।
पति को अपनी पत्नी की सराहना करनी चाहिए और उसके प्रयासों को मान्यता देनी चाहिए।
पति को अपने मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए। स्थिर रहना और अपनी पत्नी को सुरक्षित महसूस कराना बहुत महत्वपूर्ण है।