राजस्थान में रविवार को एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम में, बागीदौरा से भारत आदिवासी पार्टी के विधायक जयकृष्ण पटेल को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ट्रैप) ने गिरफ्तार कर लिया। राजस्थान विधानसभा के इतिहास में यह पहला मामला है जब किसी विधायक को फंसाया गया है। एसीबी जल्द ही पटेल को अदालत में पेश करेगी और पूछताछ के लिए उसकी रिमांड मांगेगी।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि इस मामले में पहले अदालत सजा तय करेगी और उसके बाद ही उनकी विधानसभा सदस्यता पर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, राज्य सरकार के कर्मचारियों के मामले में सेवा नियम यह है कि एसीबी द्वारा पकड़े जाने के बाद जेल जाने के 24 घंटे के भीतर कर्मचारी को सेवा से निलंबित कर दिया जाता है।
भाजपा विधायक पर भी तलवार लटक रही है।
जय कृष्ण पटेल के अलावा भाजपा विधायक कंवर लाल मीना की सदस्यता भी खतरे में है। उच्च न्यायालय ने उसे तीन साल की जेल की सजा सुनाई है। दीवानी का कहना है कि इस मामले में अभी तक उन्हें अदालती आदेश की प्रमाणित प्रति नहीं मिली है, जब यह उनके पास पहुंचेगी तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
विधायक जयकृष्ण की गिरफ्तारी के बाद एसीबी की टीम रविवार शाम से विधायक के गनमैन, ड्राइवर, रसोइए और उनका सोशल मीडिया हैंडल चलाने वालों से पूछताछ कर रही है।