ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तान सीमा पर 1070 किमी तक हाई अलर्ट, राजस्थान के सीमावर्ती 4 जिलों में सबसे अधिक खतरे की आशंका
aapkarajasthan May 08, 2025 03:42 PM

पाकिस्तान के बहावलपुर इलाके में भारतीय वायुसेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद देशभर की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। इस हमले के बाद सबसे ज्यादा असर राजस्थान में देखने को मिल रहा है, जहां पाकिस्तान की सीमा से सटे जिले हाई अलर्ट पर हैं। भारतीय वायुसेना और सेना की गतिविधियां अचानक कई गुना बढ़ गई हैं। पाकिस्तान के बहावलपुर, जहां एयर स्ट्राइक की गई, वह राजस्थान की सीमा से महज 100 किलोमीटर दूर है। यही वजह है कि पाकिस्तान की सीमा से सटे श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर जैसे जिलों में सुरक्षा और भी कड़ी कर दी गई है। यहां हम ग्राफिक्स के जरिए बता रहे हैं कि राजस्थान के कौन से 4 जिले सीधे खतरे में आते हैं। इन जिलों में सुरक्षा के साथ-साथ खुफिया तंत्र को भी मजबूत किया गया है।

श्रीगंगानगर-
श्रीगंगानगर जिले की सीमाएं पाकिस्तान की सीमा पर करीब 210 किलोमीटर लंबी सीमा बनाती हैं। इनमें से ज्यादातर इलाके खेत हैं, जहां से घुसपैठ की आशंका हमेशा बनी रहती है।

बीकानेर-
पाकिस्तान के साथ जैसलमेर की सबसे लंबी सीमा लगती है। इसका क्षेत्र पाकिस्तान के साथ 464 किलोमीटर लंबी सीमा बनाता है।

बाड़मेर-
बाड़मेर जिला सुरक्षा की दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण है, यह जिला पाकिस्तान के साथ 228 किलोमीटर लंबी सीमा बनाता है।

गांव स्तर पर मुखबिर तैनात
जोधपुर एयरबेस से सभी व्यावसायिक उड़ानें अस्थायी रूप से रोक दी गई हैं। बीकानेर के नाल एयरपोर्ट पर यात्रियों को भी अगले आदेश तक इंतजार करने की सलाह दी गई है। रॉ, आईबी और मिलिट्री इंटेलिजेंस सक्रिय हैं। सीमा पर रॉ, आईबी और मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीमें सक्रिय कर दी गई हैं। सीमावर्ती गांवों में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। ड्रोन और रेडियो सिग्नल निगरानी गतिविधियां बढ़ा दी गई हैं। स्थानीय पुलिस और गांव स्तर पर "मुखबिर नेटवर्क" सक्रिय कर दिया गया है।

युद्ध या हवाई हमले की स्थिति में संभावित खतरे
1- हवाई हमला

जैसलमेर और बाड़मेर एयरबेस हो सकते हैं पहला निशाना।

2- आतंकी घुसपैठ
रेगिस्तान के खुले इलाकों में सीमा (बाड़) होने के बावजूद घुसपैठ की आशंका बनी रहती है।

3 – ड्रोन और मिसाइल हमला
हाल ही में पंजाब और राजस्थान सीमा पर पाकिस्तान की ओर से ड्रोन के जरिए हथियार भेजने की घटनाएं सामने आई हैं।

4 – साइबर या रेडियो जैमिंग
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियां संवेदनशील सीमावर्ती इलाकों में संचार व्यवस्था को बाधित कर सकती हैं। एयर स्ट्राइक के तुरंत बाद राजस्थान का सीमावर्ती इलाका सुरक्षा का बड़ा केंद्र बन गया है। केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही इस स्थिति पर कड़ी नजर रख रही हैं।

राजस्थान के एयरबेस पर नजर
बहावलपुर जैसे पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने राजस्थान सीमा के बेहद करीब हैं। रेगिस्तानी इलाकों में घुसपैठ और हवाई आवाजाही को पकड़ना मुश्किल है। यहां सेना के एयरबेस और कमांड सेंटर भी स्थित हैं- जैसलमेर, जोधपुर, फलौदी, नाल (बीकानेर)। 1971 के युद्ध और हाल ही में बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी ये जिले मुख्य निशाने पर थे।

एयरस्पेस अलर्ट पर, उड़ानें रद्द
एयर स्ट्राइक के बाद सुरक्षा कारणों से जोधपुर और बीकानेर एयरपोर्ट से उड़ानें अस्थायी रूप से रद्द कर दी गई हैं। सूत्रों के अनुसार यह कदम वायुसेना के निर्देश पर उठाया गया है ताकि अगर पाकिस्तान की ओर से जवाबी कार्रवाई हो तो वायुसेना को हवाई क्षेत्र पर पूरा नियंत्रण मिल जाए।

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