CBSE बोर्ड ने 2025 में एक बड़ा बदलाव किया है, जिससे लाखों छात्रों को राहत मिलेगी। अब 10वीं और 12वीं के छात्र अपनी चेक की हुई आंसर शीट (Answer Sheet) की फोटोकॉपी रिजल्ट के बाद देख सकते हैं। पहले छात्रों को मार्क्स वेरिफिकेशन के लिए आवेदन करना पड़ता था, उसके बाद ही वे आंसर शीट की कॉपी मांग सकते थे।
लेकिन अब, सबसे पहले छात्र अपनी आंसर शीट की फोटोकॉपी देख पाएंगे और तभी वे मार्क्स वेरिफिकेशन या री-इवैल्यूएशन के लिए आवेदन कर सकेंगे। इस फैसले से पारदर्शिता बढ़ेगी और छात्र अपने नंबरों को लेकर ज्यादा संतुष्ट रहेंगे।
इस बदलाव का मकसद छात्रों को ज्यादा अधिकार देना है। अब छात्र अपनी कॉपी देखकर खुद तय कर सकते हैं कि उन्हें री-चेकिंग या री-इवैल्यूएशन की जरूरत है या नहीं। इससे उन्हें पता चलेगा कि कहां गलती हुई है या कोई सवाल छूट गया है। यह बदलाव 2025 से लागू होगा और इससे छात्रों को अपने नंबरों को लेकर ज्यादा भरोसा मिलेगा।
जान-पहचान | विवरण |
बदलाव का साल | 2025 |
कक्षा | 10वीं और 12वीं |
नया नियम | पहले आंसर शीट की फोटोकॉपी, फिर वेरिफिकेशन/री-इवैल्यूएशन |
पुराना नियम | पहले मार्क्स वेरिफिकेशन, फिर आंसर शीट की कॉपी |
फ़ायदा | पारदर्शिता, सही जानकारी, संतुष्टि |
आवेदन का तरीका | ऑनलाइन (CBSE की वेबसाइट पर) |
फीस | तय फीस (ऑनलाइन पेमेंट) |
रिजल्ट की तारीख | मई 2025 (अपेक्षित) |
परीक्षा की तारीख | 10वीं: 15 फरवरी – 1 मार्च12वीं: 15 फरवरी – 4 अप्रैल |
CBSE ने 2025 से पोस्ट-रिजल्ट प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। अब छात्रों को सबसे पहले अपनी चेक की हुई आंसर शीट (Evaluated Answer Sheet) की फोटोकॉपी मिलेगी। इसके बाद ही वे मार्क्स वेरिफिकेशन (Marks Verification) या री-इवैल्यूएशन (Re-evaluation) के लिए आवेदन कर सकते हैं।
1. रिजल्ट आने के बाद आवेदन करें:
CBSE रिजल्ट आने के बाद, छात्र अपनी आंसर शीट की फोटोकॉपी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
2. ऑनलाइन आवेदन:
छात्रों को CBSE की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। आवेदन के लिए रोल नंबर, डेट ऑफ बर्थ, स्कूल नंबर आदि की जरूरत होगी।
3. फीस जमा करें:
फोटोकॉपी के लिए तय फीस ऑनलाइन जमा करनी होगी। पेमेंट डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग से किया जा सकता है।
4. फोटोकॉपी कैसे मिलेगी:
आंसर शीट की फोटोकॉपी छात्रों के लॉगिन अकाउंट में भेजी जाएगी। इसमें एग्जामिनर या इवैल्यूएटर की पहचान छुपा दी जाएगी।
5. फोटोकॉपी देखने के बाद अगला कदम:
अगर छात्र को लगता है कि मार्क्स में गलती है या कोई सवाल चेक नहीं हुआ, तो वे मार्क्स वेरिफिकेशन या री-इवैल्यूएशन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
निशान सत्यापन:
इसमें केवल नंबर जोड़ने की गलती, अनचेक्ड सवाल या टोटलिंग की गलती चेक होती है।
पुनर्मूल्यांकन:
इसमें छात्र किसी खास सवाल या सवालों को दोबारा चेक करवाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसमें आंसर की क्वालिटी और मार्किंग दोनों दोबारा देखी जाती है।
Q1. क्या हर छात्र अपनी आंसर शीट की फोटोकॉपी मांग सकता है?
हां, रिजल्ट के बाद हर छात्र आवेदन कर सकता है।
Q2. क्या फोटोकॉपी के बाद री-इवैल्यूएशन के लिए आवेदन जरूरी है?
नहीं, अगर आपको लगता है कि नंबर सही हैं तो आवेदन करने की जरूरत नहीं।
Q3. क्या फोटोकॉपी के लिए फीस लगेगी?
हां, हर विषय के लिए तय फीस देनी होगी।
Q4. री-इवैल्यूएशन के बाद नंबर बढ़ भी सकते हैं और घट भी सकते हैं?
हां, री-इवैल्यूएशन के बाद नंबर बढ़ सकते हैं, घट सकते हैं या वैसे ही रह सकते हैं।
Q5. रिजल्ट कब आएगा?
मई 2025 के दूसरे या तीसरे हफ्ते में रिजल्ट आने की उम्मीद है।
अस्वीकरण:
CBSE द्वारा घोषित यह नया नियम 2025 से लागू होगा और इसका मकसद छात्रों को ज्यादा पारदर्शिता और संतुष्टि देना है। यह खबर पूरी तरह से सही है और CBSE ने इसकी ऑफिशियल घोषणा कर दी है। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे आवेदन और फीस से जुड़ी जानकारी के लिए सिर्फ CBSE की ऑफिशियल वेबसाइट पर ही भरोसा करें और किसी भी अफवाह या गलत जानकारी से बचें।