कैल्शियम केवल हड्डियों को मज़बूत बनाने के लिए ही जरूरी नहीं है, बल्कि यह दिल की सेहत के लिए भी बहुत अहम है. डॉ. गौरव मिनोचा( वरिष्ठ निदेशक – कार्डियक साइंसेज, मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, वैशाली) ने बताया कि शरीर में कैल्शियम की कमी कई स्वास्थ्य समस्याओं की वजह बन सकती है, जिनमें दिल की बीमारी भी शामिल है.
कैल्शियम हमारे दिल की मांसपेशियों, नसों और रक्त संचार के सही संचालन में अहम भूमिका निभाता है. जब शरीर में कैल्शियम की मात्रा कम हो जाती है, तो इससे हृदय की धड़कन अनियमित हो सकती है, ब्लड प्रेशर में बदलाव आ सकता है और दिल की मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं. इससे दिल के दौरे या अन्य हृदय रोगों का खतरा बढ़ सकता है.
कौन लोग हैं ज्यादा जोखिम में?
बचाव कैसे करें?
संतुलित आहार लें – कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे दूध, दही, पनीर, हरी पत्तेदार सब्ज़ियां, बादाम, तिल और सोया उत्पाद को अपने आहार में शामिल करें.
विटामिन D लें – यह कैल्शियम को शरीर में अवशोषित करने में मदद करता है। सुबह की धूप में 15-20 मिनट रहना लाभकारी हो सकता है.
नियमित जांच कराएं – शरीर में कैल्शियम और विटामिन D के स्तर की समय-समय पर जांच करवाएं.
डॉक्टर की सलाह से सप्लिमेंट लें – यदि भोजन से पर्याप्त कैल्शियम नहीं मिल पा रहा है, तो डॉक्टर की सलाह से कैल्शियम सप्लिमेंट लेना ज़रूरी हो सकता है.
एक्टिव रहें – नियमित व्यायाम से न केवल हड्डियां बल्कि दिल भी मजबूत रहता है.
कैल्शियम की कमी को अक्सर सिर्फ हड्डियों से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन यह दिल की सेहत पर भी गहरा असर डाल सकती है. समय रहते जागरूक होकर संतुलित आहार और जीवनशैली अपनाकर हम दिल की बीमारियों से बच सकते हैं.