गृह ऋण : घर खरीदना किसी के लिए भी बड़ी बात होती है, और इसके लिए लोग सालों तक पैसे बचाते हैं और फिर होम लोन लेते हैं। लेकिन कई बार लोग होम लोन लेते वक्त कुछ गलतियां कर बैठते हैं, जिसका नुकसान उन्हें बाद में उठाना पड़ता है। यह गलतियां न केवल लोन की राशि को प्रभावित करती हैं, बल्कि लोन चुकाने में भी दिक्कत आ सकती है। इसलिए, जब भी आप होम लोन लें, कुछ बातें हैं जिन पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है।
आज हम आपको बताने जा रहे हैं वो 5 सबसे बड़ी गलतियां, जिन्हें लोग होम लोन (Home Loan) लेते वक्त करते हैं। इनसे बचने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
जब लोग घर खरीदने के लिए लोन लेते हैं, तो वे अक्सर कम डाउनपेमेंट करने की कोशिश करते हैं ताकि कम पैसे जमा करने पड़ें। लेकिन, ये तरीका लंबी अवधि में महंगा पड़ सकता है। जब आप कम डाउनपेमेंट करते हैं तो आपको ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ता है, क्योंकि बैंक आपके लिए ज्यादा रिस्की मानते हैं।
आपको कम से कम 10-25% डाउनपेमेंट करना चाहिए। इससे बैंक का रिस्क कम होता है और लोन (Home Loan) मिलने की संभावना भी बढ़ जाती है। इसके अलावा, ज्यादा डाउनपेमेंट से आपको कम ब्याज देना पड़ेगा और आप लंबे समय में ज्यादा पैसे बचा सकते हैं।
जब आप Home Loan के लिए अप्लाई करते हैं, तो बैंक सबसे पहले आपके क्रेडिट स्कोर की जांच करते हैं। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, जैसे 750 से ज्यादा, तो लोन मिलने के चांस ज्यादा होते हैं और आपको कम ब्याज दर पर लोन मिलता है।
इसलिए, होम लोन के लिए आवेदन करने से पहले अपने क्रेडिट स्कोर की जांच जरूर कर लें। अगर स्कोर कम है, तो पहले इसे सुधारने की कोशिश करें, ताकि आपको अच्छे रेट्स पर लोन (Home Loan) मिल सके।
होम लोन लेने से पहले आपको अलग-अलग बैंकों और लेंडर्स से लोन के ऑफर की तुलना करनी चाहिए। हर बैंक के ब्याज दर, प्रोसेसिंग चार्ज, लोन की अवधि और अन्य शर्तें अलग होती हैं। इसलिए, एक ही बैंक से लोन लेने की बजाय, सभी बैंकों के ऑफर चेक करें। इससे आपको सबसे अच्छा और सस्ता लोन मिल सकता है।
होम लोन लेने के बाद बैंक यह चेक करते हैं कि आप कितनी EMI आसानी से चुका सकते हैं। आमतौर पर, आपकी मासिक आय का 50% से 60% तक का EMI चुकाना सुरक्षित माना जाता है।
अगर आप ज्यादा EMI लगाने की सोचते हैं, तो यह आपके लिए जोखिम भरा हो सकता है। इसलिए, लोन के लिए आवेदन करने से पहले अपने मासिक बजट के हिसाब से EMI तय करें। आप EMI कैलकुलेटर का इस्तेमाल करके आसानी से यह जान सकते हैं कि आपकी मासिक आय के हिसाब से कितनी EMI आपको आराम से चुकानी चाहिए।
सभी को यह ध्यान में रखना चाहिए कि कभी भी बुरे समय का सामना हो सकता है, जैसे कि नौकरी छूटना या अचानक बीमार हो जाना। ऐसे में, अगर आपको अपनी EMI चुकाने में दिक्कत हो, तो आपके पास इमरजेंसी फंड होना चाहिए।
आपको कम से कम 6 महीने की EMI के बराबर एक फंड तैयार करना चाहिए, ताकि किसी भी इमरजेंसी की स्थिति में आप आसानी से अपनी EMI चुकाते रहें। अगर आपके पास इमरजेंसी फंड नहीं है, तो लोन (Home Loan) चुकाने में दिक्कत हो सकती है और बैंक जुर्माना भी लगा सकता है।
Home Loan लेते समय इन गलतियों से बचने के लिए आपको थोड़ा सावधान रहना चाहिए। अगर आप ज्यादा डाउनपेमेंट करते हैं, अपने क्रेडिट स्कोर की जांच करते हैं, सही EMI चुनते हैं, और लोन के लिए बेस्ट ऑप्शन की तुलना करते हैं, तो आप भविष्य में किसी भी समस्या से बच सकते हैं। साथ ही, इमरजेंसी फंड का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। इन सभी बातों का ध्यान रखकर आप बिना किसी परेशानी के अपना होम लोन ले सकते हैं और अपने सपनों का घर खरीद सकते हैं।