राखीगढ़ी संग्रहालय: हरियाणा का नया पर्यटन केंद्र
newzfatafat May 20, 2025 08:42 PM
राखीगढ़ी संग्रहालय: मुख्यमंत्री सैनी का उपहार

हरियाणा: राखीगढ़ी संग्रहालय का उद्घाटन, 20 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू: हरियाणा का राखीगढ़ी, जो सिन्धु घाटी सभ्यता का एक महत्वपूर्ण स्थल है, अब पर्यटन और अनुसंधान के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यहां 20 करोड़ रुपये की लागत से तीन विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया।


इन परियोजनाओं में एक आधुनिक विश्रामगृह, छात्रावास और कैफेटेरिया शामिल हैं। यह कदम न केवल पर्यटकों और छात्रों के लिए सुविधाएं बढ़ाएगा, बल्कि भारत की प्राचीन सभ्यता को वैश्विक स्तर पर और मजबूत करेगा। आइए, इस ऐतिहासिक पहल की पूरी जानकारी लेते हैं।


राखीगढ़ी संग्रहालय में नई सुविधाओं की शुरुआत

राखीगढ़ी, जो 8000 साल पुरानी सिन्धु घाटी सभ्यता का गवाह है, अब एक आधुनिक केंद्र के रूप में उभर रहा है।


मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने संग्रहालय में 17 कमरों वाले विश्रामगृह, 13 डोरमैट्री वाला छात्रावास, और एक डाइनिंग हॉल के साथ कैफेटेरिया का उद्घाटन किया। ये सुविधाएं देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों और छात्रों को आरामदायक अनुभव प्रदान करेंगी। इस अवसर पर केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक पुस्तिका का विमोचन किया, जो राखीगढ़ी की ऐतिहासिक महत्ता को दर्शाती है।


हड़प्पा काल की धरोहर का प्रदर्शन

उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने पुरातत्व विभाग द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी में हड़प्पा काल की अनमोल वस्तुएं, जैसे बच्चों के खिलौने, टेराकोटा छकड़ा गाड़ी का पहिया, दीए, और मालाएं प्रदर्शित की गईं।


ये वस्तुएं राखीगढ़ी की खुदाई के दौरान मिलीं, जो भारत की प्राचीन सभ्यता की समृद्धि को दर्शाती हैं। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि 1960 के बाद की खुदाई से मिले अवशेष साबित करते हैं कि राखीगढ़ी में 8000 साल पहले मानव सभ्यता विकसित थी। यह भारत को विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में शीर्ष स्थान दिलाता है।


राखीगढ़ी का विकास एक पर्यटन केंद्र के रूप में

मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने राखीगढ़ी के विकास पर एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें इसे विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र बनाने की योजना पर चर्चा की गई।


अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि संग्रहालय और पुरातात्विक स्थलों को जोड़ने, लाइटिंग और पार्किंग की व्यवस्था करने के लिए विस्तृत योजना बनाई जाए। साथ ही, उत्खनन कार्य को साल भर जारी रखने के लिए शेड निर्माण का सुझाव दिया गया। यह सुनिश्चित करेगा कि राखीगढ़ी का ऐतिहासिक महत्व और अधिक लोगों तक पहुंचे।


हरियाणा सरकार की सराहनीय पहल

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने हरियाणा सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि राखीगढ़ी को पर्यटन और शोध केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में किए गए कार्य उच्च गुणवत्ता के हैं। उन्होंने बताया कि राखीगढ़ी और हिसार की अन्य पुरातात्विक साइट अग्रोहा को एकीकृत कर सिन्धु-सरस्वती सभ्यता का केंद्र बनाने की योजना है।


अगले दो वर्षों में इन योजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य है। यह पहल न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि इतिहासकारों और पुरातत्वविदों के लिए भी नई संभावनाएं खोलेगी।


राखीगढ़ी का ऐतिहासिक महत्व

राखीगढ़ी सिन्धु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल है, जो भारत की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है।


यहां की खुदाई में मिले अवशेष, जैसे टेराकोटा वस्तुएं और प्राचीन गहने, यह साबित करते हैं कि यह सभ्यता न केवल विकसित थी, बल्कि व्यापार और कला में भी अग्रणी थी। राखीगढ़ी संग्रहालय इन अवशेषों को सहेजने और दुनिया को भारत की प्राचीनता दिखाने का एक शानदार प्रयास है।


पर्यटकों और विद्यार्थियों के लिए सुनहरा अवसर

राखीगढ़ी संग्रहालय में नई सुविधाओं का आगमन पर्यटकों और विद्यार्थियों के लिए एक सुनहरा अवसर है।


विश्रामगृह और छात्रावास में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो लंबी यात्रा के बाद आराम प्रदान करेंगी। कैफेटेरिया में स्वादिष्ट भोजन की व्यवस्था पर्यटकों के अनुभव को और बेहतर बनाएगी। यह पहल राखीगढ़ी को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने में मदद करेगी।


भविष्य की योजनाएं और उम्मीदें

राखीगढ़ी को विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र बनाने की दिशा में हरियाणा सरकार और केंद्र सरकार मिलकर काम कर रही हैं। अगले दो सालों में सिन्धु-सरस्वती सभ्यता को और अधिक प्रचारित करने की योजना है।


यह न केवल भारत की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगा। राखीगढ़ी संग्रहालय और इसकी नई सुविधाएं भारत के गौरवशाली इतिहास को नई पीढ़ी तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।


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