what is smartphone finger problem: आजकल हर कोई मोबाइल फोन का खूब इस्तेमाल करता है. चाहे वह चैटिंग हो, गेम खेलना, सोशल मीडिया चलाना या काम से जुड़ी बातें, हर चीज मोबाइल पर ही होती है, लेकिन ज्यादा देर तक मोबाइल चलाने से हमारी उंगलियों में जो दर्द और अकड़न महसूस होती है, उसे ही मोबाइल फोन फिंगर्स कहा जाता है. डॉ. अखिलेश यादव (एसोसिएट डायरेक्टर – ऑर्थोपेडिक और जॉइंट रिप्लेसमेंट, मैक्स हॉस्पिटल वैशाली) ने बताया कि ये एक तरह की मॉडर्न जीवनशैली से जुड़ी समस्या है, जो धीरे-धीरे गंभीर रूप ले सकती है.
डॉ. अखिलेश यादव ने बताया कि जब हम लंबे समय तक मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं, खासकर अंगूठे या एक ही उंगली से बार-बार टाइपिंग या स्क्रीन स्क्रॉल करते हैं तो उस उंगली की मांसपेशियों और नसों पर दबाव पड़ता है. इससे उंगलियों में दर्द, सूजन, झनझनाहट और कभी-कभी सुन्नपन भी महसूस होता है. कुछ लोगों को रिस्ट और हाथ की हथेली तक में खिंचाव और दर्द होने लगता है.
शुरुआत में यह समस्या मामूली लग सकती है, लेकिन यदि इसे इग्नोर किया जाए तो यह गंभीर रूप ले सकती है. लगातार दर्द से उंगलियों की गति कम हो सकती है और अंगूठे की पकड़ कमजोर हो सकती है. कुछ मामलों में ट्रिगर फिंगर या “टेंडोनाइटिस” जैसी स्थिति भी हो सकती है, जिसमें उंगलियों को मोड़ना मुश्किल हो जाता है और इलाज के लिए फिजियोथेरेपी या सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है.
प्रिवेंशन
मोबाइल का कम से कम उपयोग करें: जरूरत न हो तो बार-बार मोबाइल चेक करने की आदत छोड़ें.
ब्रेक लेते रहें: अगर आप लंबे समय तक मोबाइल इस्तेमाल कर रहे हैं, तो हर 15-20 मिनट में थोड़ा हाथों को आराम दें.
दोनों हाथों का इस्तेमाल करें: हमेशा एक ही अंगूठे या उंगली का प्रयोग न करें। दोनों हाथों को बारी-बारी से उपयोग में लाएं.
उंगलियों की स्ट्रेचिंग करें : हल्के-फुल्के हाथ और उंगलियों के व्यायाम करें, जैसे मुट्ठी बंद करना और खोलना, कलाई घुमाना आदि.
हाथ में मोबाइल न पकड़ें: जब संभव हो, मोबाइल को स्टैंड पर रखें और हाथों को खाली रखें.
मोबाइल हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है, लेकिन इसका सही इस्तेमाल ही हमें मोबाइल फोन फिंगर्स जैसी परेशानियों से बचा सकता है. समय रहते सावधानी बरतना जरूरी है ताकि छोटी सी समस्या आगे चलकर बड़ी बीमारी न बन जाए.