सेंधा नमक और सरसों का तेल दांतों की देखभाल के लिए एक पुराने और भरोसेमंद घरेलू उपाय के रूप में सदियों से प्रयोग होता आ रहा है। यह नुस्खा न केवल दांतों पर जमी पीली परत को हटाने में मदद करता है बल्कि ज़िद्दी प्लाक और मुंह की बदबू जैसी समस्याओं को भी दूर करने में असरदार साबित हो सकता है। आज जब बाजार में दांतों की सफाई के लिए कई महंगे टूथपेस्ट और ट्रीटमेंट उपलब्ध हैं, तब भी यह घरेलू नुस्खा अपनी सादगी और प्रभावशीलता के कारण लोगों के बीच लोकप्रिय बना हुआ है।
सेंधा नमक (काला नमक) और सरसों का तेल (सरसों का तेल) दोनों ही एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होते हैं। सेंधा नमक में पाए जाने वाले खनिज तत्व मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करने में सहायक होते हैं। वहीं सरसों का तेल एंटीसेप्टिक प्रकृति का होता है, जो मसूड़ों को मजबूत बनाने और मुंह में पनपने वाले कीटाणुओं को दूर करने का काम करता है। इन दोनों के मिश्रण से न केवल दांतों की सफाई होती है, बल्कि यह ओरल हाइजीन को भी बेहतर बनाता है।
इस नानी के नुस्खे को अपनाना बेहद आसान है। एक छोटी कटोरी में सेंधा नमक लें और उसमें पर्याप्त मात्रा में सरसों का तेल मिलाएं ताकि यह एक गाढ़ा पेस्ट बन जाए। अब इस मिश्रण को अपने टूथब्रश पर लगाएं और इससे दांतों की धीरे-धीरे मालिश करें। ब्रश करते समय ध्यान दें कि पूरे मुंह की सफाई हो, जिसमें दांतों के बीच की जगहें और जीभ भी शामिल हो। इस प्रक्रिया को हफ्ते में 2 से 3 बार दोहराने से दांतों में जमी पीली परत धीरे-धीरे हटने लगती है।
नमक और सरसों तेल का यह मिश्रण प्लाक (Plaque) को धीरे-धीरे तोड़ता है और दांतों की सतह से उसे हटाता है। प्लाक असल में मुंह में जमा बैक्टीरिया और भोजन के कणों से बनता है जो दांतों पर चिपक जाता है और अगर समय पर साफ न किया जाए तो यह कैविटी और मसूड़ों की बीमारियों का कारण बन सकता है। सेंधा नमक के दाने प्लाक को स्क्रब करने का काम करते हैं, जबकि सरसों का तेल उन हिस्सों तक पहुंचकर कीटाणुओं को खत्म करता है जहाँ सामान्य ब्रश नहीं पहुंच पाता।
सेंधा नमक और सरसों का तेल केवल दांतों की सफाई ही नहीं करते, बल्कि यह मसूड़ों की मजबूती के लिए भी बेहतरीन उपाय हैं। सरसों तेल की गर्म प्रकृति मसूड़ों में रक्त संचार को बढ़ाती है जिससे सूजन और दर्द जैसी समस्याएं दूर होती हैं। वहीं सेंधा नमक की खनिजीय संरचना मसूड़ों को पोषण देने में मदद करती है, जिससे वे लंबे समय तक स्वस्थ और मजबूत बने रहते हैं।
मुंह की बदबू (Bad Breath) की मुख्य वजह मुंह में मौजूद बैक्टीरिया होते हैं जो भोजन के अवशेषों पर पनपते हैं। नमक और सरसों का तेल इन बैक्टीरिया को नष्ट कर मुंह को ताजगी प्रदान करते हैं। यह मिश्रण एक तरह से ओरल फ्लॉस (Oral Floss) की तरह काम करता है जो मुंह की गहराई तक जाकर सफाई करता है और दुर्गंध को दूर करता है।
अगर दांतों में दर्द या संवेदनशीलता (संवेदनशीलता) की समस्या है तो यह मिश्रण राहत प्रदान कर सकता है। सरसों का तेल नसों को शांत करता है और सेंधा नमक की एंटीसेप्टिक प्रकृति दर्द को कम करने में सहायक होती है। हालांकि अगर दर्द लगातार बना रहता है, तो डॉक्टर से परामर्श लेना अनिवार्य है।
इस घरेलू उपाय को हफ्ते में 2 से 3 बार करना पर्याप्त होता है। यह एक नेचुरल क्लीनज़र है जिसे रोजाना करने की आवश्यकता नहीं होती, खासकर अगर आप नियमित ब्रश करते हैं। अधिक बार उपयोग करने से मसूड़ों में जलन हो सकती है, इसलिए संतुलित मात्रा में इसका प्रयोग करें।
जहाँ एक ओर यह उपाय पूरी तरह प्राकृतिक और रसायन रहित है, वहीं कुछ लोगों को सेंधा नमक या सरसों तेल से एलर्जी हो सकती है। पहली बार प्रयोग करते समय थोड़ी मात्रा में इस्तेमाल करें और किसी भी प्रकार की जलन या असहजता महसूस होने पर तुरंत बंद कर दें। साथ ही, यह उपाय दंत चिकित्सकीय इलाज का विकल्प नहीं है, बल्कि एक सहायक तरीका है।