शुक्र का तुला राशि में गोचर, इन 5 राशियों के लिए खजाने खोल देंगी मां लक्ष्मी, धन संपत्ति में होगी कई गुना वृद्धि
Samachar Nama Hindi May 30, 2025 09:43 PM

31 मई 2025 को शुक्र मेष राशि में गोचर करेगा। शुक्र शनिवार को रात 11:32 बजे मेष राशि में प्रवेश करेगा। इसके बाद शुक्र 29 जून को दोपहर 2:08 बजे तक मेष राशि में गोचर करेगा, उसके बाद वृषभ राशि में प्रवेश करेगा। आपको बता दें कि शुक्र वृषभ और तुला राशि का स्वामी है, जबकि मीन राशि में उच्च और कन्या राशि में नीच का होता है। अंग्रेजी में इसे 'वीनस' कहते हैं और इसका शरीर पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है।

सप्ताह में शुक्रवार इसका दिन है। शुक्र जीवनसाथी, प्रेम, विवाह, विलासिता, समृद्धि, सुख, वाहन, कला, नृत्य, संगीत, अभिनय, जुनून और काम का प्रतिनिधित्व करता है। शुक्र की युति से लोगों को इंद्रियों का सुख मिलता है और वे नाम और प्रसिद्धि पाने के पात्र बनते हैं। शुक्र के मेष राशि में गोचर का अलग-अलग राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा। तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि शुक्र के इस गोचर का किस राशि के लोगों पर क्या प्रभाव पड़ेगा, उनकी जन्म कुंडली में शुक्र किस स्थान पर गोचर करेगा।

ऐसी स्थिति में क्या उपाय करने चाहिए?

1. मेष राशि
शुक्र आपके प्रथम भाव यानि लग्न भाव में गोचर करेगा। जन्म कुंडली में प्रथम स्थान हमारे चेहरे और शरीर से संबंधित होता है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आप जो कहेंगे, वही माना जाएगा। इस दौरान आप अपने आस-पास की सफाई करेंगे। आपको संतान सुख भी मिलेगा। अगर आपकी शादी अभी तक नहीं हुई है तो आपके लिए जल्द ही विवाह के प्रस्ताव आएंगे। इसलिए शुक्र की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए सतनाज यानि सात अलग-अलग अनाज का दान करें।

2. वृषभ राशि
शुक्र आपके बारहवें भाव में गोचर करेगा। जन्म कुंडली में बारहवां स्थान हमारे खर्च और शय्या सुख से संबंधित होता है। शुक्र के इस गोचर से कविता लेखन में आपकी रुचि बढ़ेगी। आपको परिवार और संतान का सुख मिलेगा। साथ ही रातें आरामदेह रहेंगी और धन लाभ होगा, लेकिन आज से 29 जून के बीच किसी से मदद की उम्मीद न करें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। इसलिए शुक्र की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए घर की धूल अपने हाथों पर दबाएं।

3. मिथुन राशि
शुक्र आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करेगा। जन्म कुंडली में ग्यारहवां स्थान हमारी आय और इच्छाओं की पूर्ति से संबंधित होता है। शुक्र के इस गोचर से 29 जून तक आपकी कोई इच्छा पूरी होगी। आपको अपने बचपन की कोई बात याद आ सकती है। साथ ही इस दौरान आप दूसरों से छिपाने की कोशिश करेंगे। हालांकि इस दौरान आपको आर्थिक लाभ भी होगा और आपके चेहरे पर एक अलग ही रौनक देखने को मिलेगी। इसलिए शुक्र की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए इस दौरान किसी रूमाल में थोड़ा सा इत्र डालकर अपने पास रखें।

4. कर्क राशि
शुक्र आपके दसवें भाव में गोचर करेगा। जन्म कुंडली में दसवां स्थान हमारे राज्य करियर और पिता से संबंधित होता है। शुक्र के इस गोचर से 29 जून तक आपका समय काफी अच्छा बीतेगा। इस दौरान आपको किसी प्रशासनिक काम में सफलता मिलेगी। पिता के साथ आपके संबंध बेहतर बनेंगे। पैसों के प्रति आपका आकर्षण बढ़ेगा। इस बीच आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य बेहतर रहेगा। इसलिए शुक्र की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए मंदिर में दही का दान करें और हो सके तो दही या दही से बनी चीजें खाएं।

5. सिंह
शुक्र आपके नए स्थान पर गोचर करेंगे। जन्म कुंडली में नौवां स्थान हमारे भाग्य से संबंधित होता है। शुक्र के इस गोचर से भाग्य आपका पूरा साथ देगा। आपके मनचाहे कार्य पूरे होंगे और 29 जून तक आपको पैसों की कमी नहीं होगी, लेकिन मेहनत जारी रखें और बेकार के कामों पर पैसा खर्च करने से बचें। इस दौरान किसी तीर्थ स्थल पर जाना आपके लिए शुभ रहेगा। इसलिए शुक्र के शुभ परिणाम सुनिश्चित करने के लिए काली या लाल गाय की सेवा करें।

6. कन्या
शुक्र आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्म कुंडली का आठवां स्थान हमारी आयु से संबंधित होता है। शुक्र के इस गोचर से आप दूसरों से अपनी बात रखेंगे और अपना वादा पूरा करेंगे, लेकिन इस समय तक ध्यान रखें कि किसी से उधार न लें। साथ ही इस दौरान अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें। इसलिए शुक्र की अशुभ स्थिति से बचने के लिए रोजाना मंदिर में माथा टेकें और ज्वार का दान करें।

7. तुला
शुक्र आपके सप्तम भाव में गोचर करेगा। जन्म कुंडली का सप्तम भाव हमारे जीवन साथी से संबंधित होता है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपको अपने जीवन साथी का पूरा सहयोग मिलेगा। लेकिन इस दौरान आपको अपने जीवनसाथी के प्रति प्रेम बनाए रखने और अपने बच्चे की शिक्षा का ध्यान रखने की आवश्यकता है। 29 जून तक आपको कई महत्वपूर्ण यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। इसलिए शुक्र की अशुभ स्थिति से बचने के लिए 29 जून तक गंदे नाले में नीला फूल डालें।

8. वृश्चिक
शुक्र आपके छठे भाव में गोचर करेगा। जन्म कुंडली का छठा भाव हमारे स्वास्थ्य, शत्रु और मित्रों से संबंधित होता है। शुक्र के इस गोचर से आपको आर्थिक लाभ होगा। आपकी सांसारिक स्थिति अच्छी रहेगी और आपके भाई समृद्ध होंगे। इस बीच आप कुछ नए मित्र बनाएंगे। शत्रु पक्ष आपसे दूरी बनाए रखेगा। इस दौरान आप अपने पौरुष और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की व्यवस्था करेंगे। इसलिए शुक्र के शुभ प्रभाव सुनिश्चित करने के लिए घर की महिला को अपने बालों में सोने या गोल्डन रंग की हेयर क्लिप पहननी चाहिए। 9.

धनु राशि
शुक्र आपके पंचम भाव में गोचर करेगा। जन्म कुंडली में पंचम भाव हमारी संतान, बुद्धि, विद्या और रोमांस से संबंधित है। शुक्र का यह गोचर धर्म के प्रति आपकी आस्था बढ़ाएगा और परिवार के प्रति आपका लगाव बढ़ाएगा, लेकिन प्रेम के प्रति अत्यधिक मोह आपके भाग्य को नुकसान पहुंचाएगा। साथ ही आपको 29 जून तक अपने सौंदर्य प्रसाधनों को संभालकर रखने की आवश्यकता है। इसलिए शुक्र के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए मंदिर में पूजा-पाठ करें। धर्मस्थल पर दूध का दान करें।

10. मकर राशि
शुक्र आपके चतुर्थ भाव में गोचर करेगा। जन्म कुंडली में चतुर्थ भाव हमारी माता, भूमि, भवन और वाहन से संबंधित होता है। शुक्र का यह गोचर आपको भूमि, भवन और वाहन का सुख देगा। आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलेगी और प्रसिद्ध लोगों से आपकी मित्रता बढ़ेगी। इसलिए शुक्र की शुभ स्थिति बनाए रखने के लिए 29 जून तक प्रतिदिन कुएं में एक चुटकी हल्दी डालें।

11. कुंभ राशि
शुक्र आपके तृतीय भाव में गोचर करेगा। जन्म कुंडली में तीसरा स्थान हमारे पराक्रम, भाई-बहन और सफलता से संबंधित होता है। शुक्र के इस गोचर से आपको अपने काम में भाई-बहनों का भरपूर सहयोग मिलेगा। यहां एक बात का ध्यान रखें कि लगातार मेहनत करने से ही काम पूरे होंगे। इस दौरान आपका मन प्रसन्न रहेगा और आपको कुछ नए विचार आएंगे। इसलिए शुक्र के शुभ परिणाम सुनिश्चित करने के लिए
हर महिला का सम्मान करें और देर रात तक जागने से बचें।

12. मीन राशि
शुक्र आपके दूसरे भाव में गोचर करेगा। जन्म कुंडली में दूसरा स्थान हमारे धन और स्वभाव से संबंधित होता है। शुक्र के इस गोचर से आपकी आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर होगी। आपको सांसारिक सुखों की प्राप्ति होगी। इस दौरान आपके बच्चों और भाइयों की तरक्की इस बात पर निर्भर करेगी कि आप अपने गुरु का कितना सम्मान करते हैं। इसलिए शुक्र के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए मंदिर में दो सौ ग्राम गाय का घी दान करें।

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