मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राहुल गांधी की आलोचना की: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दौरे के दौरान एक नया विवाद उत्पन्न हुआ है। मंगलवार को, राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की, लेकिन इस दौरान उनके जूते पहने रहने पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के सामने इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस घटना के वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गईं, जिसमें राहुल गांधी जूते पहने हुए नजर आए। इस पर भाजपा नेताओं ने आपत्ति जताई। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसे भारतीय संस्कृति के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा, "विपक्ष के नेता हमारे राज्य में आए हैं। उन्हें आना चाहिए। यह लोकतंत्र है। सभी को आने का अधिकार है। उन्होंने अपनी दादी को पुष्पांजलि अर्पित की और जूते नहीं उतारे। यह हमारे संस्कारों के खिलाफ है। उन्हें इसका ध्यान रखना चाहिए।"
संस्कृति और संवेदनशीलता पर जोर
मोहन यादव ने इस मुद्दे को भारतीय संस्कृति से जोड़ते हुए कहा कि यह घटना भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है। उन्होंने कहा, "हम सभी अपनी संस्कृति के प्रति संवेदनशील हैं। लेकिन कोई मुद्दा नहीं है, वह हमारे राज्य में आए और सभी दलों के लोगों को अपना काम करने के लिए लोकतांत्रिक प्रणाली में यहां आना चाहिए।" मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने और गतिविधियों में हिस्सा लेने का अधिकार है, लेकिन संस्कृति और परंपराओं का सम्मान करना भी आवश्यक है।
राहुल गांधी का दौरा और संगठन सृजन अभियान
राहुल गांधी वर्तमान में दो दिवसीय भोपाल दौरे पर हैं, जिसमें वे कई महत्वपूर्ण बैठकों में भाग ले रहे हैं। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य कांग्रेस के 'संगठन सृजन अभियान' का उद्घाटन करना है, जो पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए शुरू किया गया है। यह दौरा 2028 में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
राजनीतिक माहौल में तनाव
राहुल गांधी का यह दौरा और जूते विवाद मध्य प्रदेश के राजनीतिक माहौल को और गर्म कर सकता है। जहां कांग्रेस अपनी संगठनात्मक ताकत बढ़ाने की कोशिश कर रही है, वहीं भाजपा इस घटना को लेकर कांग्रेस पर हमलावर हो सकती है।