IPL 2025 में पंजाब किंग्स की सफलता की कुंजी उनके ओपनर्स प्रभसिमरन सिंह और प्रयांस आर्या रहे हैं। इन दोनों ही खिलाड़ियों ने टीम को हर बार एक धाकड़ शुरुआत दी है। हालांकि फाइनल का प्रेशर यह दोनों ही अनकैप्ड खिलाड़ी नहीं झेल पाए। प्रयांश 126.32 के स्ट्राइक रेट से 24 रन तो प्रभसिमरन सिंह 118.18 के स्ट्राइक रेट से 26 रन बनाकर आउट हुए। जबकि पूरे सीजन इन दोनों ने पावरप्ले में 150 के अधिक के स्ट्राइक रेट से रन बनाए थे। फाइनल में इन दोनों के इंटेंट में कमी दिखी।
कप्तान श्रेयस अय्यर ने अहमदाबाद के ट्रेंड को फॉलो ना करके सबसे बड़ी गलती की। नरेंद्र मोदी स्टेडियम में फाइनल से पहले 8 मैच खेले गए थे, जिसमें 6 मैच पहले बैटिंग करने वाली टीम ने जीते थे। क्वालीफायर-2 में जब PBKS ने मुंबई इंडियंस को रन चेज में हराया था, उससे पहले एक मैच जो चेजिंग टीम ने जीता था वह दोपहर वाला मैच था। मुंबई के खिलाफ अकेले अय्यर खड़े रहे थे जिस वजह से पंजाब वो मैच जीतने में कामयाब रही थी। मगर MI के खिलाफ मिले कॉन्फिडेंस ने शायद फाइनल में अय्यर को गलत फैसला लेने पर मजबूर कर दिया।
श्रेयस अय्यर का बल्ला इस सीजन खूब चला है। IPL 2025 में उन्होंने 600 से अधिक रन बनाए हैं, मगर जब बात RCB की आती है तो मानों उनके बल्ले पर जंग लग जाती है। PBKS की इस साल आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से 4 बार भिड़ंत हुई है और इस दौरान पंजाब किंग्स के कप्तान एक भी बार दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए। लीग स्टेज में अय्यर के बल्ले से 7 और 6 रन निकले। वहीं क्वालीफायर-1 में उन्होंने आरसीबी के खिलाफ 2 रन बनाए। फाइनल जैसे महत्वपूर्ण मैच में वह 1 रन बनकार ही आउट हो गए। अय्यर को इस दौरान दो बार जोश हेजलवुड ने और इतनी ही बार रोमारिया शेपर्ड ने आउट किया। आरसीबी के खिलाफ अय्यर का यह रिकॉर्ड पंजाब की हार की मुख्य वजह में से एक है।
आरसीबी के स्पिनर क्रुणाल पांड्या के लिए यह सीजन साधारण रहा था, मगर फाइनल में उन्होंने जो प्रदर्शन किया वह दिखाता है कि उनके पास इससे पहले 3 ट्रॉफी जीतने का अनुभव है। पांड्या ने 4 ओवर के कोटे में मात्र 17 रन खर्च कर दो विकेट चटकाए। पंजाब के खिलाफ उन्होंने जो अपनी स्पीड में वेरिएशन किए उसका कोई तोड़ नहीं था। वह IPL के इतिहास के पहले ऐसे खिलाड़ी बने हैं जिसने फाइनल में 2 प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड जीते हैं। पंजाब से पहले उन्होंने 2017 में RPS के खिलाफ यह कमाल किया था।
राजा गिरा तो पूरी प्रजा ढेर…पंजाब किंग्स के साथ फाइनल में कुछ ऐसा ही हुआ। श्रेयस अय्यर पर मिडिल ऑर्डर का पूरा भार था, जैसे ही वह आउट हुए तो मानों लगने लगा कि मैच पूरी तरह से उनके हाथों से निकल गया है। एक तरफ जरूर शशांक सिंह खड़े थे, मगर नेहाल वडेरा और मार्कस स्टोइन जैसे खिलाड़ी कुछ नहीं कर पाए। फाइनल में इसी कमजोरी पर आरसीबी ने पंजाब पर वार कर उन्हें ढेर किया।