नई दिल्ली: स्पेन और रूस से सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के बाद लौटे समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है. उत्तर प्रदेश से समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय हाल ही में स्पेन और रूस की यात्रा पर गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे.
इस प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति को वैश्विक मंच पर स्पष्ट करना और पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ सबूतों को प्रस्तुत करना था. कनिमोझी के नेतृत्व में यह प्रतिनिधिमंडल रूस, स्पेन, ग्रीस, स्लोवेनिया और लातविया जैसे देशों में भारत का पक्ष रखने के लिए गया था.
भारत सरकार ने सात डेलिगेशन बनाए थे जिनमें अलग अलग पार्टियों के 59 सदस्य थे. सातों प्रतिनिधिमंडल को भारत सरकार ने अलग अलग देशों में भेजा था. इन्हीं में में एक प्रतिनिधिमंडल जो डीएमके की सांसद कनिमोझी के नेतृत्व में रूस ,स्पेन,ग्रीस,स्लोवेनिया,और लातविया देशों की यात्रा कर लौटे समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय ने कहा कि पाकिस्तान के डीएनए में ही आतंकियों को शरण देना है. हम पाकिस्तान को बता देना चाहते हैं कि जब बात राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रीय गौरव की हो, तो भारत एकजुट है.
समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय से खास बातचीत (ETV Bharat)
उन्होंने कहा कि, "रूस हमारा ऐतिहासिक मित्र है, जो हर कठिन परिस्थिति में हमारे साथ खड़ा रहा. पाकिस्तान न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरा बन चुका है. हम इन सभी मुद्दों और सबूतों के साथ रूस जैसे मित्र देशों में भी गए और वहां स्पष्ट संदेश दिया कि पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग करना सभी के लिए महत्वपूर्ण है."
राजीव राय ने कहा कि, रूस की यात्रा के दौरान भी उन्होंने भारत के दृष्टिकोण को मजबूती से रखा. उन्होंने कहा कि भारत और रूस के बीच गहरी दोस्ती रही है, और इस यात्रा ने दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग को और मजबूत किया है. उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में कोई ढील नहीं बरतेगा और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इसके लिए एकजुट होने की जरूरत है.
घोसी लोकसभा सीट से सांसद राजीव राय ने इस यात्रा को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे वैश्विक मंच पर हमारी आवाज को और बल मिलेगा. उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख अब और सख्त होगा.
सांसद राजीव राय ने कहा, "हमने रूस और स्पेन में न केवल भारत की स्थिति स्पष्ट की, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि हमारे मित्र देश आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में हमारे साथ हैं. यह यात्रा भारत की कूटनीतिक ताकत को दर्शाती है."
इसके अलावा, राजीव राय ने यह भी बताया कि इस यात्रा के दौरान भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ठोस सबूत पेश किए, जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने गंभीरता से लिया. इस यात्रा ने भारत की वैश्विक छवि को और मजबूत करने में मदद की है.
देश में 16 राजनीतिक दलों ने ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष संसद का सत्र बुलाने की मांगों को लेकर पूछे गए सवाल पर राजीव राय ने कहा कि,पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी तत्कालीन सरकार से पाकिस्तान के साथ युद्ध के बाद संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की थी तो क्या वो देश के खिलाफ थे ,क्या वो देश के हित में नहीं सोचते थे.
समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय ने कहा कि आखिर सरकार विशेष सत्र क्यों नहीं बुलाना चाहती है...क्या छुपाना चाह रही है. जब सारी बात सामने है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पीएम मोदी सर्वदलीय बैठक में नहीं आए. हालांकि, सूत्रों की माने तो ऑपरेशन सिंदूर पर संसद के विशेष सत्र की विपक्ष की मांग पर सरकार विचार नहीं कर रही है.
सरकारी सूत्रों के अनुसार सरकार का मानना है कि जुलाई में मॉनसून सत्र होने जा ही रहा है और ऐसे में विशेष सत्र की मांग का औचित्य नहीं है. सरकार संसद के आगामी मॉनसून संत्र के दौरान ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा या रक्षा मंत्री का बयान कराने पर सरकार विचार कर सकती है.
विपक्ष की तरफ से कांग्रेस अध्यक्ष मलिल्कार्जुन खड़गे और विपक्ष के अन्य नेताओं समेत 16 राजनीतिक पार्टियों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर ऑपरेशन सिंदूर पर संसद के विशेष सत्र की मांग की थी.
साथ ही सीडीएस के बयान के बाद फिर से ये मांग उठ रही है. मगर सरकार विशेष सत्र नहीं बल्कि आगामी सेट के दौरान ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए तैयार हों सकती है. ऐसे में ये उम्मीद जताई जा रही की आगामी सत्र एक बार फिर से हंगामेदार हो सकता है.