Rahul Gandhi: राहुल ने लंगड़े घोड़ों की बात कर पार्टी में नई बहस छेड़ी, गुटबाजी को मिलेगी और हवा
sabkuchgyan June 04, 2025 07:27 PM

Rahul Gandhi: राहुल ने लंगड़े घोड़ों की बात कर पार्टी में नई बहस छेड़ी, गुटबाजी को मिलेगी और हवा

Rahul Compares Party Leaders With Horses, अजीत मेंदोला, (News), नई दिल्ली: लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को भोपाल में पार्टी के एक कार्यक्रम में अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं की तुलना तीन प्रकार के घोड़ों से कर बड़ी बहस को जन्म दे दिया है। राहुल ने घोड़ों को तीन वर्गों में बांट नेताओं को समझाते हुए चेताया कि वह खुद तय करें किस वर्ग में आते हैं। नेता अब परेशान हैं कि वह कैसे तय करें किस वर्ग में आते हैं।

बीजेपी की इस बात पर कांग्रेस खुद उठाए थे सवाल

बीजेपी ने जब 75 वर्ष की उम्र तय कर मार्ग दर्शक मंडल की बात की थी तो सबसे ज्यादा सवाल कांग्रेस ने ही उठाए थे। कांग्रेस ने कहा था, हमारे यहां उम्र दराज नेताओं की उपेक्षा नहीं होती। राहुल ने उम्र की बात न कर तेज, सुस्त और लंगड़े होने की बात की है। जो नौजवान घोड़ा होता है वह रेस में शामिल होता है। जो कुछ ज्यादा उम्र का होता है उसे रेस में शामिल नहीं करते वह शादी में शामिल किया जाता है। तीसरा वर्ग लंगड़ा घोड़ा होता है। उम्र ज्यादा होने पर जब घोड़ा चल फिर नहीं पाता उसे लंगड़ा घोड़ा कहते हैं।

सीधे नहीं बोले राहुल, इशारे में कहकर खड़ा किया विवाद

सेना के बारे में जानने वालों को पता होगा कि लंगड़े और उम्र दराज घोड़े के साथ क्या किया जाता है। राहुल ने भी सीधे कुछ नहीं बोला, लेकिन इशारे में समझाकर पार्टी में विवाद खड़ा कर दिया। उन्होंने घर बिठाने जैसी बात कही। हालांकि राजनीति में उम्र की कोई सीमा नहीं होती है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता शीशराम ओला तो 90 साल की उम्र में मंत्री थे। द्रमुक नेता एम करुणानिधि की उम्र तो 100 के आसपास होने वाली थी। प्रकाश सिंह बादल भी अंतिम समय तक सक्रिय रहे।

पार्टी के पास राहुल के मापदंड का नहीं कोई जवाब

राजनीति में न तो कोई उम्र दराज नेता होता है और ना ही लंगड़ा होता है। राहुल ने ही ऐसा मापदंड खुद तय कर दिया जिसका जवाब पार्टी के पास है ही नहीं। राजनीति में अनुभवी और बुजुर्ग नेताओं का अपना महत्व होता है। लेकिन राहुल ने मंगलवार को लंगड़ा घोड़े की बात कर नई बहस को जन्म दे दिया। शादी और रेस के घोड़े वाली बात अभी तक कहते आए थे। अब कांग्रेस में बहस छिड़ गई है कि तेज दौड़ने वाले समझदार नेता कार्यकर्ता कौन हैं,उसके बाद शादी में यूज किए जाने वाले घोड़े वाले नेता कार्यकर्ता कौन है। तीसरे वे लंगड़े नेता, कार्यकर्ता कौन हैं जिन्हें वह चाहते हैं कि सेना की तरह जैसा व्यवहार न कर उन्हें घर बैठना चाहिए।सेना में तो उम्र के हिसाब से तय होता है।जानकार तो यही मान रहे हैं कि राहुल ने भी उम्र के हिसाब से तय किया होगा।

कांग्रेस में उम्रदराज नेताओं की लंबी सूची

राहुल गांधी ने घोड़ों की बात कर उम्र को माप दंड बनाया है तो पार्टी में उम्र दराज नेताओं की लंबी सूची है। भोपाल सभा में शामिल कई नेता उम्र दराज थे। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कमलनाथ जैसे कई नेता वहां मौजूद थे। राहुल की मां सोनिया गांधी,पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे खुद उम्र दराज नेताओं में आते हैं। राहुल गांधी ने ऐसा पहली बार नहीं किया है। वह पहले भी ऐसा कर चुके हैं। अंतर इतना है कि तब झगड़ा युवा बनाम अनुभव ओर बुजुर्ग नेताओं के बीच हुआ था। तब राहुल को युवा नेता माना जाता था। पार्टी उन्हें आज भी युवा नेता ही मानती है।

ये भी पढ़ें : Congress: राहुल संगठन सृजन अभियान पर, आपसी खींचतान से निपटना बड़ी चुनौती

  • टैग

© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.