भारत और बांग्लादेश के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का दूसरा मैच दुबई में चल रहा है, जहां बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। शुरुआत में बांग्लादेश की टीम संघर्ष करती नजर आई, लेकिन एक मध्यक्रम के बल्लेबाज ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से सबका दिल जीत लिया।
जब बांग्लादेश की टीम मुश्किल में थी और लगातार विकेट गिर रहे थे, तब इस खिलाड़ी ने शतकीय पारी खेली। हालांकि, उनके लिए यह शतक बनाना आसान नहीं था, क्योंकि वे गिरते-पड़ते और लंगड़ाते हुए खेल रहे थे।
हम बात कर रहे हैं तौहीद हृदय की, जिन्होंने 114 गेंदों पर शतक पूरा किया और अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस दौरान उन्होंने दो छक्के और छह चौके भी लगाए। बांग्लादेश की टीम के संकट में होने पर तौहीद के अलावा जाकिर अली ने भी 68 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली, जिससे दोनों के बीच छठे विकेट के लिए 154 रन की साझेदारी हुई।
बल्लेबाजी के दौरान तौहीद हृदय को हैमस्ट्रिंग में चोट लगी, जिससे उन्हें रन लेने में कठिनाई हुई। फिर भी, उन्होंने हार नहीं मानी और क्रीज पर टिके रहे। नतीजतन, उन्होंने भारत के खिलाफ अपने वनडे करियर का पहला शतक बनाया।
इस मैच में पहले ओवर में मोहम्मद शमी ने सौम्या सरकार को आउट किया, जबकि दूसरे ओवर में हर्षित राणा ने कप्तान नजमुल हुसैन संतो को पवेलियन भेजा। मेहंदी हसन भी 5 रन बनाकर आउट हो गए, और मुसाफिर रहीम बिना खाता खोले ही चलते बने।
इसका परिणाम यह हुआ कि बांग्लादेश की आधी टीम 35 रन पर पवेलियन लौट गई। लेकिन तौहीद हृदय और जाकिर अली ने टीम को संभाला। इस मैच में भारत की फील्डिंग भी कमजोर रही, जहां रोहित और हार्दिक पांड्या ने कैच छोड़े। विकेटकीपर केएल राहुल की विकेटकीपिंग भी असफल रही।