गर्मी में एसी की ठंडी हवा जहाँ गर्मी से राहत देती है, वहीं आर्थराइटिस (गठिया) के मरीजों के लिए यह बड़ी परेशानी बन सकती है। ठंडी हवा में लगातार बैठने से शरीर में ब्लड फ्लो कम हो जाता है, जिससे जोड़ों में दर्द और अकड़न बढ़ जाती है। ऐसे में जोड़ों का दर्द और बढ़ सकता है, जिससे मरीजों की तकलीफ दोगुनी हो जाती है।
गर्मी के दिन आर्थराइटिस के मरीजों के लिए मुश्किल भरे होते हैं — एसी में रहने पर ठंडक से दर्द बढ़ता है, और बाहर गर्मी में पसीना और उमस के कारण भी ज्वाइंट पेन हो सकता है। जो हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, उनका असर धीरे-धीरे पूरे शरीर पर पड़ता है — हार्ट, लंग्स, लिवर, किडनी और आंखों की सेहत भी प्रभावित हो सकती है।
देश में 22 करोड़ से ज्यादा लोग आर्थराइटिस से जूझ रहे हैं। ऐसे में परेशान होने की बजाय योग और प्राणायाम से राहत पाने की सलाह दी जाती है। एम्स के अनुसार, रूमेटाइड आर्थराइटिस में योग-प्राणायाम से जोड़ों की सूजन और दर्द कम होता है। आइए, स्वामी रामदेव से जानें कौन-कौन से योगासन आर्थराइटिस के लिए फायदेमंद हैं।
एसी की ठंडी हवा और गठिया — जानें असर
ठंडी हवा में ज्यादा समय बिताने से ब्लड सर्कुलेशन कम होता है
जोड़ों में अकड़न और दर्द बढ़ जाता है
गठिया के लक्षण और भी गंभीर हो सकते हैं
गठिया के सामान्य लक्षण
जोड़ों में लगातार दर्द और सूजन
घुटनों या अन्य हिस्सों में अकड़न
त्वचा का लाल होना
चलने-फिरने में तकलीफ
जोड़ों के दर्द में ये गलतियां न करें
वजन बढ़ने दें नहीं
धूम्रपान से बचें
खराब पोश्चर से बचें
प्रोसेस्ड फूड, ग्लूटेन, अल्कोहल और ज्यादा चीनी-नमक से परहेज करें
गठिया में खुद का ध्यान कैसे रखें
गर्म कपड़े पहनें
खूब पानी पिएं
नियमित एक्सरसाइज करें
विटामिन D का सेवन जरूरी है
गठिया में खाने के लिए फायदेमंद खाद्य पदार्थ
बथुआ
सहजन
पालक
ब्रोकली
गठिया में मददगार मसाज थेरेपी
पीड़ांतक तेल
पिपरमिंट-नारियल तेल
यूकेलिप्टस ऑयल
तिल का तेल
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