मिसाइल डिफेंस सिस्टम की परिभाषा: हज के समय मक्का में स्थापित मिसाइल डिफेंस सिस्टम एक उन्नत तकनीकी और सैन्य प्रणाली है, जिसका उद्देश्य दुश्मन द्वारा दागी गई बैलिस्टिक और क्रूज़ मिसाइलों के साथ-साथ अन्य हवाई हमलों का पता लगाना, ट्रैक करना और उन्हें हवा में ही नष्ट करना है। इसका मुख्य लक्ष्य देश, सैन्य ठिकानों और महत्वपूर्ण ढांचों की सुरक्षा करना है। यह प्रणाली आधुनिक युद्ध में रक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह न केवल सैन्य बलों की बल्कि नागरिकों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करती है।
1. सेंसर और रडार: यह प्रणाली रडार और सैटेलाइट-आधारित सेंसर का उपयोग करती है, जो दुश्मन की मिसाइलों की पहचान और उनकी गति, दिशा और ऊंचाई का पता लगाते हैं।
2. इंटरसेप्टर मिसाइलें: जैसे भारत का पृथ्वी एयर डिफेंस या अमेरिका का थाड़, ये मिसाइलें दुश्मन की मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर देती हैं। इनकी पहचान होते ही उनकी दिशा, गति और संभावित लक्ष्य की सटीक जानकारी जुटाई जाती है।
3. कमांड और कंट्रोल सिस्टम: यह प्रणाली सेंसरों से प्राप्त जानकारी का विश्लेषण करती है और इंटरसेप्टर मिसाइलों को निर्देश देती है।
अल-हराम मस्जिद और सऊदी क्लॉक टावर के आसपास अमेरिकी पेट्रियट मिसाइल सिस्टम की तैनाती देखी गई है। इसके साथ ही एक हेलीकॉप्टर भी मस्जिद के आसपास गश्त करता हुआ नजर आया। मंत्रालय ने इन तस्वीरों के साथ जानकारी साझा की है।
सोशल मीडिया पर इस विषय पर बहस छिड़ गई है, जहां लोग पूछ रहे हैं कि हज जैसे शांतिपूर्ण धार्मिक अवसर पर इस स्तर की सैन्य तैयारी की आवश्यकता क्यों पड़ी? कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह तैयारी यमन के हूती विद्रोहियों की गतिविधियों के संदर्भ में की गई है।
सऊदी अरब और यमन के हूती विद्रोहियों के बीच लंबे समय से तनाव बना हुआ है। सऊदी अरब ने पहले भी हूतियों पर मक्का समेत कई शहरों को मिसाइल से निशाना बनाने का आरोप लगाया है, जबकि हूती इन आरोपों का खंडन करते आए हैं। सऊदी प्रेस एजेंसी के अनुसार, इस बार लगभग 12.5 लाख हज यात्री मक्का पहुंचे हैं, जिसके चलते सरकार ने सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं।
सऊदी पब्लिक सिक्योरिटी डायरेक्टर लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अल-बसामी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सऊदी अरब की यह तैयारी न केवल सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि हज यात्रा के दौरान किसी भी संभावित खतरे को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। मिसाइल डिफेंस सिस्टम की तैनाती एक असामान्य लेकिन सावधानी भरा कदम है, जिसका मुख्य उद्देश्य शांति और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।