रविवार, 15 जून 2025 को आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि दोपहर 3:51 बजे तक रहेगी, उसके बाद पंचमी तिथि शुरू हो जाएगी। पूरे दिन श्रवण नक्षत्र प्रभावी रहेगा। दोपहर 12:20 बजे तक इंद्र योग रहेगा, उसके बाद वैधृति योग शुरू हो जाएगा। दोपहर 3:51 बजे तक बालव करण रहेगा, उसके बाद कौलव करण शुरू हो जाएगा, जो सामान्य कार्यों के लिए अनुकूल है। ग्रहों की स्थिति की बात करें तो चंद्रमा मकर राशि में, शुक्र मेष राशि में, सूर्य वृषभ राशि में सुबह 6:53 बजे तक और उसके बाद मिथुन राशि में रहेगा, जहां पहले से ही बुध और बृहस्पति मौजूद हैं। मंगल और केतु सिंह राशि में, राहु कुंभ राशि में और शनि मीन राशि में रहेंगे। आइए ज्योतिषाचार्य डॉ. संजीव शर्मा से जानते हैं कि सभी 12 राशियों के लिए 15 जून 2025 का दिन कैसा रहेगा और इसे शुभ बनाने के लिए क्या उपाय करें।
मेष राशि
उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी। पारिवारिक समस्याओं का समाधान होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। पारिवारिक दायित्व की पूर्ति होगी। शिक्षा के क्षेत्र में प्रयास फलीभूत होंगे।
वृषभ
व्यावसायिक प्रयास फलीभूत होंगे। विरोधी परास्त होंगे। आजीविका के क्षेत्र में प्रगति होगी। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। पारिवारिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। शासन-सत्ता से सहयोग मिलेगा। उपाय: प्रातःकाल सूर्य के बीज मंत्र 'ॐ घृणि सूर्याय नमः' का 21 बार जप करें तथा किसी जरूरतमंद कन्या को वस्त्र दान करें।
मिथुन
सामाजिक कार्यों में रुचि लेंगे। किया गया प्रयास फलीभूत होगा। रचनात्मक प्रयास फलीभूत होंगे। रिश्तों में निकटता आएगी। उपाय: प्रातःकाल गाय को हरा चारा खिलाएं तथा सूर्य को जल अर्पित करें।
कर्क
आर्थिक रूप से उन्नति होगी। भाई-बहनों के स्वास्थ्य के कारण चिंतित रहेंगे। अधीनस्थ कर्मचारी या भाई से तनाव हो सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। दाम्पत्य जीवन में तनाव रहेगा। उपाय: प्रातःकाल चंद्रमा के बीज मंत्र 'ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः' का 21 बार जाप करें तथा शिवलिंग पर मोती चढ़ाएं।
सिंह
रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी। आर्थिक मामलों में सुधार होगा। किसी कार्य के पूर्ण होने से आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। मांगलिक उत्सवों में भाग लेंगे। मैत्री संबंध प्रगाढ़ होंगे। उपाय: प्रातःकाल सूर्य के बीज मंत्र 'ॐ घृणि सूर्याय नमः' का 21 बार जाप करें तथा गाय को गुड़ व रोटी खिलाएं।
कन्या
सामाजिक कार्यों में रुचि लेंगे। आर्थिक मामलों में जोखिम न लें। रिश्तेदारों से तनाव मिल सकता है। उपाय: प्रातःकाल गाय को हरा चारा खिलाएं, घायल गाय का उपचार कराएं तथा सूर्य को जल अर्पित करें।
तुला
जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। आर्थिक मामलों में हानि हो सकती है। रचनात्मक प्रयास फलीभूत होंगे। कार्यक्षेत्र में उन्नति हो सकती है। गुरु का सहयोग मिलेगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। उपाय: सुबह किसी छोटी कन्या को भोजन कराएं तथा सूर्य के बीज मंत्र 'ॐ घृणि सूर्याय नमः' का 21 बार जप करें।
वृश्चिक
परिवार एवं व्यवसाय में उन्नति होगी। घरेलू वस्तुओं में वृद्धि होगी। उपहार एवं सम्मान में वृद्धि होगी। उपाय: सुबह हनुमान चालीसा का पाठ करें तथा बंदरों को केले या गुड़-चना खिलाएं।
धनु
संतान के प्रति दायित्व की पूर्ति होगी। खान-पान का ध्यान रखें। रिश्तों में निकटता आएगी। व्यावसायिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। प्रयास सफल होंगे। आर्थिक सफलता मिलेगी। उपाय: घायल गाय का उपचार कराएं तथा गाय को चारा खिलाएं।
मकर
पारिवारिक दायित्व की पूर्ति होगी। आर्थिक मामलों में जोखिम न लें। परिवार के किसी सदस्य से तनाव का सामना करना पड़ सकता है। लंबी यात्रा के योग हैं। उपाय: सुबह सूर्य को जल चढ़ाएं तथा शनि के बीज मंत्र 'ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः' का 21 बार जप करें।
कुंभ
शत्रु परास्त होंगे। परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य के कारण आप परेशान रहेंगे। लंबी यात्रा के योग हैं। उपाय: सुबह पिता का आशीर्वाद लें, सूर्य को जल चढ़ाएं और घायल गाय का उपचार करें।
मीन राशि
सत्ता पक्ष से सहयोग मिलेगा। यात्रा-पर्यटन की स्थिति सुखद रहेगी। धन, यश और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। रचनात्मक कार्यों में व्यस्त रहेंगे। उपाय: सुबह गाय को हल्दी मिला आटे का गोला खिलाएं और सूर्य देव को जल चढ़ाएं।