दिल्ली- एनसीआर रेन अपडेट: हरियाणा में तेज गर्मी और हीटवेव का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. नारनौल, महेंद्रगढ़ सहित कई जिलों में दिन का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है. हालांकि शुक्रवार शाम को बादलों की दस्तक और कुछ इलाकों में हुई हल्की बारिश ने लोगों को आंशिक राहत जरूर दी.
नारनौल और कनीना सहित कई क्षेत्रों में शुक्रवार शाम को हल्की बूंदाबांदी हुई. मौसम विभाग के मुताबिक धूल भरी आंधी और गर्जन वाले बादलों की रात भर संभावना जताई गई थी. इससे तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई, जिससे गर्मी से बेहाल लोगों ने चैन की सांस ली.
मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्र मोहन के अनुसार फिलहाल पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है और 15 जून की रात एक और विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है. इसके चलते हरियाणा और एनसीआर दिल्ली के मौसम में धीरे-धीरे बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. उन्होंने बताया कि 18 जून को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे गर्मी और लू पर असर पड़ेगा.
बृहस्पतिवार को एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी राजस्थान पर चक्रवातीय सर्कुलेशन बना, जिससे हवाओं की दिशा में बदलाव आया. पश्चिमी और पूर्वी हवाओं के टकराव से बादल बनें, जिससे गर्जन और बूंदाबांदी जैसी गतिविधियां हरियाणा के कई जिलों में दर्ज की गईं.
सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी और महेंद्रगढ़ जिलों में 15 से 25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं. कुछ इलाकों में अंधड़ और हल्की बारिश भी देखी गई. इन गतिविधियों ने स्थानीय स्तर पर तापमान को नियंत्रित करने में मदद की.
हालांकि राहत के संकेत मिले हैं, लेकिन दिन और रात के तापमान में गर्मी अब भी कायम है. शुक्रवार को निम्न तापमान दर्ज किए गए:
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि हरियाणा के पश्चिमी जिलों में लू और उमस का स्तर अब भी बना हुआ है.
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 18 जून के बाद गर्मी पर कुछ हद तक काबू पाया जा सकता है, क्योंकि तब एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. इसके असर से हरियाणा, एनसीआर और दिल्ली में बादल, गरज और बारिश देखने को मिल सकती है.
मौसम विशेषज्ञों का सुझाव है कि इस गर्मी और उमस से बचने के लिए लोग पर्याप्त पानी पिएं, हल्के कपड़े पहनें और धूप से बचें. विशेषकर बुजुर्गों और बच्चों को बाहर निकलने से बचाना चाहिए.