ओटावा (कनाडा): इजरायल और ईरान के बीच जंग लगातार तेज होती जा रही है और इस बीच जी-7 देशों ने ईरान के खिलाफ लड़ाई में इजरायल का खुलकर समर्थन किया है। जी-7 समूह ने सोमवार देर रात जारी एक बयान जारी किया और कहा कि ईरान पश्चिम एशिया में अस्थिरता का मुख्य कारण है। देशों ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता का आह्वान किया है।
गौरतलब है कि इजरायल ने पिछले सप्ताह शुक्रवार को ईरान पर हवाई हमले किए थे और इसके बाद ईरान ने भी जवाबी कर इजरायल पर मिसाइल व ड्रोन्स से हमले किए। इजरायल ने इसके जवाब में फिर ईरान के परमाणु व अन्य सैन्य ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की और अब भी दोनों देशों के बीच घमासान जारी है। इससे क्षेत्र में चिंता व तनाव बढ़ गया है।
बता दें कि गाजा पट्टी पर इजरायल और हमास के बीच अक्टूर-2023 में लड़ाई शुरू हुई थी जो अब तक जारी है। हमास से अक्टूबर-2023 के पहले सप्ताह में इजरायल पर कई हजार रॉकेट दागे थे। इसके बाद उसने गाजा से लगे इजरायल के कई इलाकों में जमीनी हमले कर कई लोगों को बंधक बना लिया था। अब भी कई बंधक हमास के कब्जे में हैं। कुछ को उसने छोड़ दिया है।
गौरतलब है कि जी7 देशों का 16 व 17 यानी पिछले कल और आज कनाडा में शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया है और इसमें भाग लेने के लिए अमेरिका के राष्टÑपति डोनाल्ड ट्रंप भी कनाडा पहुंचे थे लेकिन वह एक दिन पहले ही अचानक वाशिंगटन लौट आए हैं। इस बीच उन्होंने ईरान के लोगों से राजधानी तेहरान खाली करने को कहा है। इससे साफ है कि ईरान के खिलाफ लड़ाई बढ़ेगी।