गर्मी में हाइपरटेंशन-Hypertension से बचाव बेहद आवश्यक है क्योंकि उच्च तापमान के चलते रक्तचाप में उतार-चढ़ाव का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। गर्म हवाएँ, पसीना और डिहाइड्रेशन शरीर के सामान्य संतुलन को बिगाड़ सकते हैं, जिससे सिरदर्द, चक्कर और थकान जैसी गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। यदि आप पहले से ही उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं, तो गर्मी के मौसम में अतिरिक्त सावधानी बरतना अत्यंत जरूरी हो जाता है। सही दिनचर्या और खानपान से आप इस जोखिम से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
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तेज धूप और अधिक तापमान के कारण शरीर तेजी से पानी खोता है, जिससे डिहाइड्रेशन की स्थिति पैदा हो सकती है। डिहाइड्रेशन न केवल शरीर को कमजोर करता है, बल्कि रक्तचाप को भी अस्थिर कर सकता है। दिनभर में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीना अनिवार्य है। प्यास लगने का इंतजार न करें, बल्कि नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें। कैफीन और एल्कोहल के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि ये शरीर में पानी की कमी को और बढ़ा सकते हैं।
हाइपरटेंशन-Hypertension के रोगियों के लिए नमक का सेवन नियंत्रित करना अत्यंत आवश्यक है। अत्यधिक नमक रक्तचाप को तेजी से बढ़ा सकता है। बाजार में मिलने वाले प्रोसेस्ड फूड्स और पैकेज्ड स्नैक्स में छुपे अतिरिक्त नमक से बचना चाहिए। घर के खाने में भी नमक की मात्रा सीमित रखें और डॉक्टर की सलाह से पोटेशियम युक्त नमक का प्रयोग करें। एक नियंत्रित डाइट ही गर्मी के दिनों में रक्तचाप को स्थिर बनाए रख सकती है।
व्यायाम का हाइपरटेंशन-Hypertension नियंत्रण में महत्वपूर्ण योगदान है, लेकिन गर्मी में व्यायाम का समय और तरीका विशेष ध्यान मांगता है। सुबह जल्दी या शाम को जब तापमान कम होता है, उस समय हल्की सैर, योगासन या तैराकी जैसे व्यायाम करें। तेज धूप में व्यायाम करना शरीर के तापमान को असंतुलित कर सकता है, जिससे रक्तचाप बढ़ने का खतरा रहता है। समझदारी से किया गया व्यायाम गर्मी में भी आपके दिल को मजबूत बनाए रखेगा।
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डैश-DASH डाइट यानी “Dietary Approaches to Stop Hypertension” गर्मी में हाइपरटेंशन-Hypertension नियंत्रण के लिए अत्यधिक प्रभावी मानी जाती है। इसमें फल, हरी सब्जियाँ, साबुत अनाज, कम वसा वाले डेयरी उत्पाद, मछली, नट्स और बीन्स शामिल होते हैं। डैश डाइट संतृप्त वसा और शर्करा की मात्रा को कम करने पर जोर देती है, जो हाइपरटेंशन-Hypertension को नियंत्रित रखने में सहायक है। सही खानपान के साथ गर्मी के दिनों को भी सेहतमंद बनाया जा सकता है।
तनाव न केवल मानसिक शांति को भंग करता है बल्कि रक्तचाप को भी बढ़ा सकता है। गर्मी के मौसम में तनाव को प्रबंधित करना और भी जरूरी हो जाता है। ध्यान, प्राणायाम और गहरी साँस लेने की तकनीकों का अभ्यास करें। पसंदीदा शौक अपनाएँ और पर्याप्त नींद लें ताकि आपका मन और शरीर दोनों स्वस्थ रह सकें। तनाव मुक्त जीवन ही हाइपरटेंशन-Hypertension से बचाव का सबसे प्रभावी उपाय है।
यदि आप हाइपरटेंशन-Hypertension की दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो गर्मी में इनका नियमित और सही समय पर सेवन अत्यंत आवश्यक है। दवाओं के असर में गर्मी के कारण परिवर्तन हो सकता है, इसलिए डॉक्टर से परामर्श लेते रहें। घर पर नियमित रूप से रक्तचाप की जाँच करते रहें और किसी भी असामान्य लक्षण को नजरअंदाज न करें। दवाओं के साथ सतर्कता से गर्मी के मौसम में भी अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रखा जा सकता है।
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