हिंदू पंचांग में अमावस्या तिथि को अत्यंत शुभ और विशेष महत्व दिया गया है। यह दिन न केवल आध्यात्मिक साधना के लिए उपयुक्त माना गया है, बल्कि पितरों की शांति और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए भी बेहद शुभ माना जाता है। जून महीने में पड़ने वाली आषाढ़ अमावस्या का धार्मिक दृष्टिकोण से विशेष महत्व है। इस दिन किए गए पुण्य कार्य, दान, स्नान और तर्पण से न केवल पितृगण संतुष्ट होते हैं, बल्कि घर में सुख-समृद्धि और शांति का वास भी होता है।
पितरों की आत्मा को शांति दिलाने का श्रेष्ठ दिन
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या तिथि पितरों के प्रति श्रद्धा प्रकट करने का श्रेष्ठ समय होती है। इस दिन श्राद्ध, तर्पण, जल अर्पण और विशेष पूजा से पूर्वजों की आत्मा तृप्त होती है। माना जाता है कि अगर व्यक्ति इस दिन विधिपूर्वक पितृ पूजन करता है, तो वह अपने पितृ ऋण से मुक्त हो जाता है और जीवन में आने वाली अनेक बाधाएं भी स्वतः दूर हो जाती हैं।
आषाढ़ अमावस्या तिथि और शुभ मुहूर्त (2025)
अमावस्या तिथि आरंभ: 25 जून 2025, बुधवार को रात्रि 11:12 बजे
अमावस्या तिथि समाप्त: 26 जून 2025, गुरुवार को रात्रि 08:38 बजे
तर्पण और पितृ पूजन का सर्वोत्तम समय:
26 जून 2025 को सूर्योदय से लेकर दोपहर 12:15 बजे तक सबसे उत्तम काल माना गया है।
क्या करें आषाढ़ अमावस्या के दिन?
1. गंगा या पवित्र नदी में स्नान करें – यदि संभव हो तो गंगाजल में स्नान करें, या घर पर ही गंगाजल मिलाकर स्नान करें।
2. पितरों के नाम तर्पण करें – जल में काले तिल, जौ, कुश और सफेद पुष्प मिलाकर तर्पण करें।
3. गरीबों को अन्न, वस्त्र, दक्षिणा का दान करें – इस दिन दान-पुण्य करने से पितृगण प्रसन्न होते हैं।
4. सद्ग्रंथों का पाठ करें और घर में दीपक जलाएं – रात्रि में पूर्वजों की स्मृति में दीपदान करें।
इन बातों से बचें अमावस्या के दिन
* किसी भी प्रकार की अशुद्धता या अपवित्रता से दूर रहें।
* तामसिक भोजन, शराब और मांसाहार से परहेज करें।
* झूठ बोलने, अपशब्द कहने या किसी का अपमान करने से बचें।
आषाढ़ अमावस्या का दिन आध्यात्मिक और पारिवारिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह न केवल पितरों की कृपा पाने का दिन है, बल्कि यह आत्मशुद्धि और आत्मकल्याण का भी अवसर है। जो लोग पितृदोष से पीड़ित हैं या पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करना चाहते हैं, उन्हें इस दिन का लाभ अवश्य उठाना चाहिए।
यह लेख/समाचार लोक मान्यताओं और जन स्तुतियों पर आधारित है। पब्लिक खबर इसमें दी गई जानकारी और तथ्यों की सत्यता या संपूर्णता की पुष्टि की नहीं करता है।