दिल्ली मानसून अलर्ट: मानसून ने इस बार अरब सागर और बंगाल की खाड़ी दोनों ओर से ज़बरदस्त रफ्तार पकड़ ली है. बंगाल, बिहार, झारखंड होते हुए यह मध्य और दक्षिणी उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश तक पहुंच चुका है. वहीं, अरब सागर भाग वाला मानसून गुजरात पार कर राजस्थान और मध्य प्रदेश में प्रवेश कर चुका है. मौसम विभाग (IMD) ने देश के कई हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
बिहार के 23 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है. इसी तरह, राजस्थान के 28 जिलों, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई इलाकों के लिए भी भारी बारिश, तेज हवाएं और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है. मौसम विभाग ने कहा है कि 21 जून को पूर्वी मध्य प्रदेश, यूपी और उत्तराखंड के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
दिल्ली-एनसीआर के लिए भी आने वाले 24 से 48 घंटे बेहद अहम हैं. मौसम विभाग के अनुसार, यहां 22 और 23 जून को मानसून दस्तक देने की संभावना है. दिल्ली इस समय दो अलग-अलग साइक्लोनिक सर्कुलेशन से घिरी हुई है—एक राजस्थान, दूसरा झारखंड में. इन्हें जोड़ने वाली ट्रफ लाइन दिल्ली से होकर गुजर रही है, जिसके चलते आगामी दो दिन तेज बारिश, गरज-चमक, बिजली गिरने और हल्की ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है.
रविवार शाम से लेकर रात के समय दिल्ली-एनसीआर में मौसम का मिजाज तेजी से बदल सकता है. मौसम विभाग का कहना है कि इसका प्रभाव 23 जून (सोमवार) को भी बना रह सकता है, जिससे दैनिक जीवन पर असर पड़ सकता है.
स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल झारखंड और उत्तर छत्तीसगढ़ के ऊपर एक निम्न दबाव (Low Pressure Area) बना हुआ है. इसके साथ ही एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी सक्रिय है. यह मौसम प्रणाली अगले 24 घंटों में पूर्वी मध्य प्रदेश और दक्षिण-पश्चिम यूपी तक पहुंच सकती है.
मौसम विशेषज्ञों ने बताया है कि यह साइक्लोनिक सिस्टम धीरे-धीरे पश्चिम की ओर बढ़ेगा और फिर दक्षिण-पश्चिम यूपी और उत्तर-पश्चिम एमपी को प्रभावित करेगा. इसके साथ एक पूर्व-पश्चिम दिशा में ट्रफ लाइन भी बन रही है, जो हरियाणा, दिल्ली, बिहार और पश्चिम बंगाल तक फैली होगी.
मौसम विभाग ने इन सभी राज्यों के नागरिकों से अपील की है कि बिजली गिरने और तेज हवाओं के चलते खुले मैदान, पेड़ों या बिजली के खंभों के पास खड़े न हों. यात्रा करते समय सावधानी बरतें, और सरकारी अलर्ट व दिशा-निर्देशों का पालन करें.