यारी निभाने में जुटे भारत के तीन पड़ोसी, इन मुद्दों पर साथ चलने की खाई कसम
TV9 Bharatvarsh June 21, 2025 02:42 PM

चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच पहली त्रिपक्षीय बैठक हुई. इस बैठक में तीनों देशों के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने भाग लिया. चीन के कुनमिंग शहर में यह बैठक आयोजित की गई. अधिकारियों ने इस बैठक में कहा कि हमें आपस में मिलकर समानता और आपसी विश्वास को बढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए.

इस बैठक में चीन के उप विदेश मंत्री सुन वेइदोंग, बांग्लादेश के कार्यवाहक विदेश सचिव रूहुल आलम सिद्दीकी और पाकिस्तान के अतिरिक्त विदेश सचिव इमरान अहमद सिद्दीकी ने भी भाग लिया. पाकिस्तान के विदेश सचिव अमना बलोच ने वीडियो लिंक के जरिए इस बैठक में भाग लिया.

चीन की नई रणनीतिक पहल

यह पहल चीन की एक नई रणनीतिक पहल मानी जा रही है. इस पहल में वह भारत के दो पड़ोसी देश पाकिस्तान और बांग्लादेश को एक साथ लाने का काम कर रहा है. चीन के उप विदेश मंत्री सुन वेइदोंग ने पाकिस्तान और बांग्लादेश को अपने पक्ष में करते हुए कहा कि बांग्लादेश और पाकिस्तान दोनों चीन के बहुत करीबी और अच्छे मित्र हैं. ये दोनों देश हर स्थिति में चीन का सहयोग करते हैं. इसके आगे उन्होंने कहा कि ये दोनों देश चीन के बेल्ट एंड रोड पहल में अहम साझेदार भी है. सुन ने कहा कि तीनों देशों की यह बैठक क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी. इस बैठक से ठीक एक महीने पहले भी चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के साथ त्रिपक्षीय बैठक में भाग ले चुका है.

कार्य समूह बनाने की सहमति

चीन की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि तीनों पक्षों ने चीन-पाकिस्तान-बांग्लादेश त्रिपक्षीय सहयोग पर व्यापक रूप से अपने-अपने विचारों का आदान-प्रदान किया. इस त्रिपक्षीय बैठक के दौरान तीनों देशों के बीच जो सहमति बनी है, उसका पालन करने और उसे लागू करने के लिए एक कार्य समूह बनाने का निर्णय लिया गया. इस बैठक में इस बात पर भी जोर दिया कि चीन, बांग्लादेश और पाकिस्तान सभी एक दूसरे के पक्षों का सहयोग करते हैं. कोई भी किसी तीसरे पक्ष का विरोध नहीं करता है.

युनूस ने चीन और पाकिस्तान के साथ बड़ा रहे हैं दोस्ती

तीनों देशों की यह बैठक उस दौरान हुई जब बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने पिछले साल शेख हसीना का तख्ता पलट कर कार्यभार संभाला. यूनुस ने चीन के प्रति गर्मजोशी दिखाई. वह चीन के करीब आने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने विभिन्न मोर्चों पर बीजिंग की सहायता मांगी. इस सहायता से यह स्पष्ट है कि वह भारत पर बांग्लादेश की निर्भरता को कम करने का प्रयास कर रहे हैं. यूनुस ने पाकिस्तान के साथ भी अच्छे संबंध स्थापित करने की मांग की. 1971 के युद्ध दोनों देश एक दूसरे से अलग अलग हो गए थे. इस बैठक में दोनों देशों ने अपने आपसी संबंधों को फिर से पुनर्जीवित करने का प्रयास किया.

इस सहयोग से आर्थिक विकास को मिलेगा बढ़ावा

इस त्रिपक्षीय बैठक का उद्देश्य आर्थिक विकास को बढ़ावा देना और लोगों की आजीविका में सुधार लाना है. इस बैठक में कहा गया कि तीनों पक्ष उद्योग, व्यापार, समुद्री मामलों, जल संसाधन, जलवायु परिवर्तन, कृषि, मानव संसाधन, थिंक टैंक, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति और युवा जैसे क्षेत्रों में साझेदारी को मजबूत करने का काम करेंगे.

पाकिस्तान ने चीनी पक्ष की की सराहना

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि बलूच ने तीनो देशों की इस बैठक को आयोजित करने के लिए चीनी पक्ष की सराहना की. इस बैठक में तीनों पक्षों का ध्यान लोगों के विकास पर ही केंद्रित था. इस विज्ञप्ति में कहा गया कि यह बैठक लोगों के विकास पर केंद्रित हैं. उन्होंने चीन और दक्षिण एशियाई देशों के बीच गहन जुड़ाव के लिए पाकिस्तान की इच्छा व्यक्त की. इस बैठक में तीनों देश इस बात पर सहमति हुए कि तीनों देश विन विन कॉर्पोरेशन के तहत काम करेंगे.

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