योग प्राचीन आध्यात्मिक परंपराओं का हिस्सा रहा है, लेकिन इसे दुनिया तक भारतीय योग गुरुओं ने पहुंचाया. उन्होंने दुनिया को योग की गहराई समझाने के साथ इसका विज्ञान भी बताया. स्वामी विवेकानंद, परमहंस योगानंद, बी.के.एस. अयंगर, महर्षि महेश योगी जैसे कई योग गुरुओं ने पश्चिमी देशों की यात्राएं की. योग पर व्याख्यान दिए. योग को शारीरिक, मानसिक और आत्मिक विकास का आधार बताया.
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर जानिए, भारत के उन योग गुरुओं के बारे में जिन्होंने योग को भारत से निकालकर दुनिया तक पहुंचाया. जिसका लोहा पूरी दुनिया मानती है.
स्वामी विवेकानंद: राज योग को लोकप्रिय बनायास्वामी रामकृष्ण परमहंस के शिष्य स्वामी विवेकानंद ने राज योग को लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका निभाई. वो पश्चिमी देशों में भारतीय योग दर्शन के प्रमुख प्रचारक बने. राज योग, सही मायने में महर्षि पतंजलि के योगसूत्र का आधुनिक रूप है. स्वामी विवेकानंद उन पहले भारतीय विद्वानों में से एक थे जिन्होंने पतंजलि योगसूत्र का अनुवाद और व्याख्या की करके उसे दुनिया तक पहुंचाया. उन्होंने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक राजयोग के माध्यम से योग की गहराई, महत्ता और वैज्ञानिकता को दुनिया के सामने रखा.
आधुनिक समय में महर्षि पतंजलि के अष्टांगों में से तीन मुद्राओं आसन, प्राणायाम और ध्यान पर फोकस किया जाता है. यूं तो 84 प्राणायाम प्रमुख हैं, पर अनुलोम-विलोम, कपालभाति, भस्त्रिका, उद्गीत, नाड़ीशोधन, भ्रामरी, बाह्य और प्रणव प्राणायाम का अधिक महत्व है. 1700 से 1900 ईस्वी के आधुनिक काल रामकृष्ण परमहंस, परमहंस योगानंद और महर्षि रमन के जरिए जिस योग का विकास हुआ, वह भी राज योग ही है. इसी दौर में भक्तियोग, वेदांत, हठ योग और नाथ योग भी विकसित हुआ.
तिरुमलाई को आधुनिक योग का पिता कहा जाता है.
तिरुमलाई कृष्णामाचार्य: दुनिया को हठ योग का पाठ पढ़ायातिरुमलाई कृष्णामाचार्य वो योग गुरु हैं जिन्होंने हिमालय की गुफा में योग सीखा था. इन्हें आधुनिक योग का जनक भी कहा जाता है. 18 नवंबर 1888 को तत्कालीन मैसूर राज्य के चित्रदुर्ग जिले में जन्मे कृष्णामाचार्य ने 6 वैदिक दर्शनों में डिग्री हासिल करने के साथ ही आयुर्वेद और योग भी पढ़ाई. हिमालय में रहने वाले योग आचार्य राममोहन ब्रह्मचारी से पतंजलि का योगसूत्र सीखकर उसे दुनिया तक पहुंचाया. उन्होंने अपनी किताब ‘योग मकरंद’ में ध्यान लगने की पश्चिमी तकनीकों के बारे में बताया. उन्होंने ही हठ योग से दुनिया को परिचित कराया. जिसे आधुनिक योग भी कहते हैं.
बीकेएस अयंगर
बीकेएस अयंगर: अयंगर योग की नींव रखने वाले गुरु14 दिसम्बर 1918 को जन्मे बेल्लूर कृष्णमचारी सुंदरराज अयंगर यानी बीकेएस अयंगर को आधुनिक आधुनिक ऋषि के तौर पर जाना गया. उन्होंने दुनिया को अयंगर योग दिया. साल 1975 में योग विद्या नाम से एक संस्थान की स्थापना. इसके बाद देखते ही देखते दुनियाभर के कई देशों में इसकी 100 से अधिक शाखाएं खुलीं. दुनियाभर में योग फैलाने वाले भारतीय गुरुओं में इनका नाम प्रमुखता से लिया जाता है.
इसके अलावा आचार्य रजनीश, स्वामीराम, पट्टाभिजोइस और स्वामी सत्येंद्र सरस्वती जैसी हस्तियों ने योग को ग्लोबल बनाया. वर्तमान में बाबा रामदेव योग को आसान बनाकर इसे दुनिया तक पहुंचा रहे हैं.
महर्षि महेश योगी.
महर्षि महेश योगी: दुनियाभर में भावातीत ध्यान को लोकप्रिय बनाया20वीं शताब्दी के ध्यान गुरु और आध्यात्मिक विचारक महर्षि महेश योगी ने दुनियाभर में भावातीत ध्यान को लोकप्रिय बनाया. महर्षि महेश योगी का उद्देश्य था कि हर इंसान सरल ध्यान विधि के जरिए मानसिक शांति, तनावमुक्त जीवन और आत्मिक उन्नति हासिल कर सके.
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