हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने अमेरिका द्वारा ईरान पर किए गए हमलों की रविवार को निंदा करते हुए कहा कि तेहरान के खिलाफ अमेरिकी और इजराइली आक्रामकता ने पश्चिमी एशिया को विनाश और अराजकता के कगार पर धकेल दिया है.
फारूक ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा, सभी अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन करते हुए इजराइल के बाद ईरान पर अमेरिकी आक्रमण ने पश्चिमी एशिया को विनाश और अराजकता के कगार पर पहुंचा दिया है. हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं.
बातचीत ही समाधान और शांति का रास्ताफारूक ने कहा कि सैन्य ताकत प्रतिरक्षा की गारंटी नहीं दे सकती, न ही बम और नाकेबंदी सुरक्षा की गारंटी दे सकती है. उन्होंने कहा कि जब तक फिलिस्तीन के लोगों को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक पश्चिमी एशियाई देशों की सुरक्षा अनिश्चित रहेगी, क्षेत्र अस्थिर रहेगा और दुनिया अस्थिर रहेगी. बातचीत ही समाधान और शांति का रास्ता है.
ईरान से हमारा कल्चरल रिश्ताViolating all international rules, after Israel US aggression on Iran has further pushed the Middle East to the edge of destruction and chaos. We strongly condemn it.
Military strength cannot guarantee immunity, nor bombs and blockades protection. Unless justice is delivered to— Mirwaiz Umar Farooq (@MirwaizKashmir)
मीरवाइज ने कहा कि ईरान से हमारा कल्चरल रिश्ता भी है. हम सिर्फ दुआ कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि हम अमेरिका के ट्रंप से ये अपील करते हैं कि ऐसे हालात में वो हमला न करें. हम ये अपील करते हैं कि जंग न की जाए. जो भी मुद्दे हैं वो बातचीत के जरिए हल किया जाए. जंग किसी मसले का हल नहीं है. जंगा किसी मुद्दे को पेचीदा कर देती है. इसके आगे उन्होंने कहा क्फ अगर जंग हुई तो ऐसी स्थिति पैदा हो जाएगी तो आज तक हमने कभी देखा नहीं होगा.