उड़ान में सोने के आभूषण: हवाई यात्रा करने वाले कई लोग, खासकर जो पहली बार फ्लाइट पकड़ते हैं, एयरपोर्ट सुरक्षा जांच को लेकर भ्रमित रहते हैं. गोल्ड जूलरी पहनने को लेकर सबसे ज्यादा सवाल उठते हैं – क्या इसे चेकिंग के दौरान उतारना जरूरी होता है? क्या ये सिक्योरिटी अलार्म को ट्रिगर करता है? और अगर साथ पानी की बोतल हो, तो क्या वो ले जाना मना है? अगर आप भी इन सवालों से जूझ रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए है.
जवाब है – नहीं. ज्यादातर मामलों में गोल्ड जूलरी जैसे अंगूठी, चेन, झुमके आदि को चेकिंग के दौरान उतारने की जरूरत नहीं होती.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा जांच करने वाली एजेंसियों जैसे TSA (Transportation Security Administration) और भारतीय हवाई अड्डों पर CISF द्वारा की जाने वाली जांच में छोटी गोल्ड जूलरी अलार्म को ट्रिगर नहीं करती.
इसका कारण है कि छोटी मात्रा में सोना या चांदी की जूलरी में मेटल डिटेक्टर की ट्रिगरिंग लिमिट को पार करने जितनी धातु नहीं होती. इसलिए जब तक आप बहुत भारी और बड़ी जूलरी नहीं पहनते, आपको उतारने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
हालांकि सामान्य स्थिति में जूलरी उतारना जरूरी नहीं, लेकिन कुछ अपवाद हो सकते हैं:
अगर आप किसी अन्य देश से गोल्ड जूलरी खरीदकर ला रहे हैं, तो बिल और वैध दस्तावेज साथ रखना अनिवार्य है. इससे कस्टम्स जांच में परेशानी नहीं होगी.
सुरक्षा जांच के नियमों के तहत, पानी या किसी भी लिक्विड से भरी बोतल को फ्लाइट में ले जाना प्रतिबंधित होता है.
हालांकि, आप खाली प्लास्टिक की बोतल अपने बैग में रख सकते हैं. सुरक्षा जांच के बाद एयरपोर्ट के अंदर मौजूद वाटर फिलिंग स्टेशन से आप बोतल भर सकते हैं.