(चंडीगढ़ समाचार) चंडीगढ़। पार्क हॉस्पिटल मोहाली ने शुक्रवार को एडवांस रोबोटिक किडनी ट्रांसप्लांट की शुरुआत की। अस्पताल के रोबोटिक यूरोलॉजी और रीनल ट्रांसप्लांट के निदेशक, डॉ. प्रियदर्शी रंजन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि, "हम सभी प्रकार के लिविंग डोनर ट्रांसप्लांट कर रहे हैं, जिसमें हाई रिस्क ट्रांसप्लांट, पीडियाट्रिक ट्रांसप्लांट स्वैप केस, एबीओ असंगत ट्रांसप्लांट और रीडू ट्रांसप्लांट शामिल हैं।"
उन्होंने यह भी बताया कि भारत में हर साल 2.2 लाख लोग क्रोनिक किडनी फेलियर का शिकार होते हैं, जो मृत्यु का छठा सबसे तेजी से बढ़ता कारण है। इसके प्रमुख कारणों में हाई बीपी, डायबिटीज, अनुपचारित किडनी स्टोन और यूटीआई शामिल हैं।
डायरेक्टर नेफ्रोलॉजी, डॉ. मुकेश गोयल ने कहा कि पिछले एक दशक में क्रोनिक किडनी फेलियर के मामलों में लगभग दोगुना वृद्धि हुई है।
कंसल्टेंट यूरोलॉजी और रीनल ट्रांसप्लांट, डॉ. मानव गोयल ने बताया कि हर 10 मिनट में एक व्यक्ति अंग प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा सूची में जुड़ता है।
कंसल्टेंट नेफ्रोलॉजी, डॉ. कल्पेश सतापारा ने कहा कि एक मृत दाता व्यक्ति अंगदान के माध्यम से 8 लोगों की जान बचा सकता है।
नॉर्थ पार्क हॉस्पिटल्स के ग्रुप सीईओ, आशीष चड्ढा ने कहा कि अस्पताल में 14 बिस्तरों वाला डायलिसिस सेंटर है और 24x7 डायलिसिस सेवाएं प्रदान की जाती हैं।