भारत में मानसून ने इस बार अपनी पूरी ताकत दिखाई है। देश के विभिन्न हिस्सों में झमाझम बारिश का दौर शुरू हो चुका है, जिसने लोगों को गर्मी और उमस से राहत तो दी है, लेकिन कई जगहों पर मुश्किलें भी खड़ी कर दी हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 17 जुलाई तक कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान तेज हवाएं, गरज-चमक, भूस्खलन और बादल फटने जैसी प्राकृतिक आपदाओं की आशंका भी जताई गई है। आइए, जानते हैं कि किन राज्यों में कैसा रहेगा मौसम और इस दौरान आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से मौसम ने सुकून भरा माहौल बनाया है। सुबह की हल्की फुहारें और ठंडी हवाएं दिल्लीवासियों को उमस भरी गर्मी से राहत दे रही हैं। मौसम विभाग के अनुसार, 17 जुलाई तक दिल्ली में रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। सुबह के समय बारिश की बौछारें पड़ सकती हैं, जबकि दिन में मौसम साफ रहेगा। हालांकि, 25-40 किमी/घंटा की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाएं सावधानी बरतने की जरूरत को दर्शाती हैं। दिल्लीवासियों को जलभराव और ट्रैफिक जाम से बचने के लिए पहले से तैयारी रखनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश में मानसून ने एक बार फिर जोर पकड़ा है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में पूर्वी और पश्चिमी यूपी के कई इलाकों में गरज के साथ तेज बारिश की संभावना जताई है। यह बारिश किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं, क्योंकि इससे खेतों को पर्याप्त पानी मिलेगा। लेकिन शहरी इलाकों में जलभराव, सड़कों पर जाम और बिजली आपूर्ति में बाधा जैसी समस्याएं भी सामने आ सकती हैं। खासकर निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों में मानसून का असर सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है। बीते दिनों मूसलाधार बारिश ने इन राज्यों में जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया था। अब पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम विभाग ने फिर से भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। भूस्खलन, अचानक बाढ़ और बादल फटने जैसी घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सलाह दी गई है कि वे ऊंचे और सुरक्षित स्थानों पर रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें। खासकर नदियों और पहाड़ी रास्तों के पास सावधानी बरतना जरूरी है।
मौसम विभाग ने देश के कई अन्य राज्यों में भी बारिश का अनुमान जताया है। पंजाब, हरियाणा, झारखंड और उत्तरी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। वहीं, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और केरल में मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा। मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी है, जबकि पश्चिमी राजस्थान, छत्तीसगढ़, तटीय कर्नाटक, गुजरात, असम और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में भारी वर्षा की आशंका है। इन सभी क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने और आपदा प्रबंधन की तैयारी करने की सलाह दी गई है।
मानसून की बारिश जहां प्रकृति का आशीर्वाद है, वहीं यह अपने साथ कई चुनौतियां भी लाती है। जलभराव, ट्रैफिक जाम, भूस्खलन और बाढ़ जैसी समस्याओं से बचने के लिए पहले से तैयारी जरूरी है। घर से बाहर निकलने से पहले मौसम अपडेट्स चेक करें, जरूरी सामान जैसे छाता और रेनकोट साथ रखें, और निचले इलाकों में रहने वाले लोग अपने सामान को सुरक्षित रखें। खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करने वाले पर्यटकों को मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करना चाहिए।
इस मानसून में बारिश का आनंद लें, लेकिन सावधानी के साथ। मौसम विभाग की ताजा जानकारी के लिए नियमित रूप से अपडेट्स देखते रहें और सुरक्षित रहें।