कुछ योग जीवन में बड़े बदलाव लाने वाले माने जाते हैं। गजकेसरी योग, पारिजात योग और नव पंचम राजयोग भी इसी श्रेणी में आते हैं। अभी आषाढ़ का महीना चल रहा है। हालांकि, इस महीने में कई लोग शुभ काम नहीं करते हैं।
जून में आषाढ़ महीने के आखिरी शनिवार यानी 28 जून को 144 साल बाद दुर्लभ नवपंचमराज योग बनेगा। इसमें बुध, शनि, सूर्य और बृहस्पति एक राशि यानी मिथुन में बनेंगे। इसका असर सभी बारह राशियों पर पड़ेगा।
विद्वानों का कहना है कि इस शनिवार को इलिनाती, अर्धाष्टम शनि और साढ़ेसाती से पीड़ित लोग कुछ उपाय करके अपनी समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं। खास तौर पर उन्हें शनिदेव को तेल से अभिषेक, काले वस्त्र आदि अर्पित करने चाहिए।
इस राशि के लोगों को नवपंचम राजयोग के कारण विदेश जाने की संभावना है। जमीन खरीदेंगे। विवाह तय होंगे। जो काम अब तक संभव नहीं थे, वे भी इस योग के कारण आपके पक्ष में पूरे होंगे। आपको अच्छे रिश्ते मिलेंगे।
इस राशि के लोगों को उम्मीद के मुताबिक कोर्ट-कचहरी के मामलों में सफलता मिलेगी। राजनीति में श्रेष्ठता प्राप्त होगी। समाज में मान-सम्मान और शिष्टाचार में वृद्धि होगी। रियल एस्टेट के क्षेत्र में आपको अच्छी तरक्की मिलेगी। मित्रों से मतभेद दूर होंगे। अप्रत्याशित धन की प्राप्ति समय पर होगी।