दांत पर छा गया पीलापन आज के समय में एक आम लेकिन नजरअंदाज की जाने वाली समस्या बन गई है। इसकी वजह से न केवल आपकी मुस्कान की चमक फीकी पड़ जाती है, बल्कि सामाजिक आत्मविश्वास पर भी असर पड़ता है। अधिकतर मामलों में इसके पीछे कारण होता है चाय-कॉफी की अधिकता, धूम्रपान, तंबाकू का सेवन या फिर सही तरीके से ब्रश न करना। हालांकि, दांतों की खोई हुई सफेदी को वापस लाने के लिए कई घरेलू नुस्खे ऐसे हैं जिन्हें आजमाकर आप कुछ ही दिनों में असर देख सकते हैं।
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बेकिंग सोडा और नींबू का संयोजन दांतों से जिद्दी पीलेपन को हटाने का एक लोकप्रिय घरेलू उपाय है। बेकिंग सोडा जहां एक हल्का अब्रेसिव की तरह काम करता है, वहीं नींबू में मौजूद सिट्रिक एसिड दांतों के दाग-धब्बों को हल्का करता है। इस मिश्रण को सप्ताह में एक-दो बार लगाने से दांतों पर जमा मैल हटता है और सफेदी लौटती है। हालांकि इसका जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल इनैमल को कमजोर कर सकता है, इसलिए सावधानी जरूरी है।
नारियल तेल में मौजूद लॉरिक एसिड मुंह में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करने की क्षमता रखता है। ऑयल पुलिंग की प्रक्रिया में रोज सुबह खाली पेट एक चम्मच नारियल तेल को मुंह में 10-15 मिनट तक घुमाकर थूक दिया जाता है। इससे न केवल मुंह की सफाई होती है बल्कि दांतों पर जमा पीलापन भी धीरे-धीरे कम होने लगता है। ये तरीका प्राचीन आयुर्वेदिक विधि पर आधारित है और ओरल हाइजीन में संपूर्ण सुधार लाता है।
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स्ट्रॉबेरी में मौजूद मेलिक एसिड दांतों के पीलापन को हल्का करने में मदद करता है। जब इसे बेकिंग सोडा के साथ मिलाया जाता है, तो यह एक ऐसा पेस्ट बनता है जो सतही दाग-धब्बों को हटाने में कारगर होता है। इस पेस्ट को दांतों पर लगाकर कुछ मिनट के लिए छोड़ना और फिर ब्रश करना, सप्ताह में एक बार करने योग्य उपाय है जो मुस्कान में चार चांद लगा सकता है।
नींबू के छिलके में दांतों की ऊपरी परत पर जमी पीली परत को हटाने की अद्भुत क्षमता होती है। इसका प्रयोग सीधे दांतों पर रगड़ने के रूप में किया जा सकता है। यह प्रक्रिया एक हल्के एक्सफोलिएशन की तरह कार्य करती है। ध्यान रखें कि अत्यधिक उपयोग से दांतों की सतह को नुकसान हो सकता है, इसलिए इसे सप्ताह में दो बार से अधिक न करें।
केले का छिलका अक्सर फेंक दिया जाता है, लेकिन यह दांतों की सफेदी में भी योगदान दे सकता है। इसमें पाए जाने वाले मिनरल्स जैसे पोटैशियम, मैग्नीशियम और मैंगनीज दांतों की ऊपरी सतह को पोषण प्रदान कर उसे चमकदार बनाते हैं। छिलके के अंदरूनी भाग को दांतों पर रगड़कर नियमित तौर पर उपयोग किया जाए तो सफेदी में स्पष्ट फर्क दिखने लगता है।
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