नई वर्ल्ड टेस्ट चैंपियन के रूप में साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम का मैदान पर पहला दिन बड़ा उतार-चढ़ाव भरा साबित हुआ. जिम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले मैच के पहले ही दिन वर्ल्ड चैंपियन को जोर के झटके लगे. मगर मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाजों ने कुछ ऐसा कमाल किया कि टीम ने जोरदार वापसी की. इसमें खास भूमिका निभाई उस बल्लेबाज ने जिसने कुछ हफ्तों पहले पाकिस्तान को ठुकराया था और IPL खेलने के लिए भारत आ गया था. ये खिलाड़ी हैं ऑलराउंडर कॉर्बिन बॉश, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला शतक लगाया.
बुलावायो में शनिवार 28 जून से जिम्बाब्वे और साउथ अफ्रीका के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मैच शुरू हुआ. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल जीतने वाली साउथ अफ्रीकी टीम के कप्तान टेम्बा बावुमा समेत कई सीनियर खिलाड़ी इस सीरीज का हिस्सा नहीं हैं. ऐसे में कुछ नए और कुछ कम अनुभवी खिलाड़ियों को इस सीरीज में मौका दिया जा रहा है और पहले ही दिन इसका नतीजा भी दिख गया. जहां साउथ अफ्रीका का टॉप ऑर्डर बुरी तरह फेल रहा, वहीं टेस्ट डेब्यू कर रहे दो युवा बल्लेबाजों ने अपनी ताबड़तोड़ बैटिंग से महफिल जमा दी.
8वें नंबर पर आकर जड़ा शतक19 साल के लुआन ड्रीप्रिटोरियस ने जहां डेब्यू में शतक लगाया, वहीं 22 साल के दूसरे युवा बल्लेबाज डेवाल्ड ब्रेविस ने अर्धशतक ठोका. इन दोनों डेब्यूटेंट ने जाहिर तौर पर ज्यादा वाहवाही और चर्चा बटोरी लेकिन इनके अलावा ऑलराउंडर कॉर्बिन बॉश ने भी अपना जलवा दिखाया. अपना दूसरा ही टेस्ट मैच खेल रहे बॉश ने आठवें नंबर पर आकर एक ताबड़तोड़ बैटिंग करते हुए यादगार शतक जमा दिया. बॉश ने दिन का खेल खत्म होने तक 124 गेंदों में 100 रन बना लिए थे और टीम को 418 रन तक पहुंचाकर नाबाद लौटे.
पहले टेस्ट की कसर की पूरीइस पारी के साथ ही बॉश ने एक बार फिर दिखाया कि वो इस फॉर्मेट में भी कमाल कर सकते हैं. बॉश ने अपने पहले ही टेस्ट मैच में पाकिस्तान के खिलाफ अर्धशतक लगाया था और 81 रन बनाकर नाबाद रहे थे. उस मैच में वो शतक से चूक गए थे लेकिन दूसरे टेस्ट में उन्होंने ये कसर भी पूरी कर दी. इस पारी से पहले बॉश कुछ हफ्ते पहले ही विवादों में फंस गए थे, जब उन्होंने पाकिस्तान सुपर लीग से अचानक अपना नाम वापस ले लिया था और उसके बदले वो आईपीएल में खेलने चले गए थे. इसके बाद PSL ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भी भेजा था.