Hanuman Kavach Path: हिंदू धर्म में हनुमान कवच का पाठ करना बहुत ही शक्तिशाली और फलदायी माना जाता है. इसे एक सुरक्षा कवच के रूप में देखा जाता है जो भक्तों को हर तरह की बुरी शक्तियों, खतरों और परेशानियों से बचाता है. मान्यता है कि यह कवच स्वयं भगवान श्री राम ने लंका युद्ध के दौरान रचा था. हनुमान कवच का नियमित पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में कई सकारात्मक बदलाव आते हैं और उसे अनेक लाभ प्राप्त होते हैं.
हनुमान कवच का पाठ करने से व्यक्ति के चारों ओर एक अभेद्य सुरक्षा घेरा बन जाता है. यह कवच उसे हर तरह की बुरी शक्तियों, भूत-प्रेत बाधाओं, टोने-टोटके, काले जादू और नकारात्मक ऊर्जा से बचाता है. जो भक्त इसका सच्चे मन से पाठ करता है, उसे कोई भी बुरी शक्ति अपना शिकार नहीं बना सकती.
शत्रु बाधा से मुक्तियदि आपके दुश्मन जीवन या करियर में बाधाएं उत्पन्न कर रहे हैं, तो हनुमान कवच का पाठ उन्हें शांत करने में सहायक होता है. यह शत्रुओं के बुरे इरादों को विफल करता है और आपको उनसे सुरक्षित रखता है. हनुमान जी को संजीवनी बूटी के ज्ञाता और बल, बुद्धि, विद्या के दाता के रूप में जाना जाता है. हनुमान कवच का पाठ करने से गंभीर रोगों से मुक्ति मिल सकती है. यह शारीरिक कष्टों को दूर करता है और उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करता है.
भय और चिंता से छुटकारायदि आप अनावश्यक भय, चिंता, मानसिक तनाव या नींद न आने से परेशान हैं, तो हनुमान कवच का पाठ आपको इन समस्याओं से मुक्ति दिला सकता है. यह मन को शांत करता है, आत्मविश्वास बढ़ाता है और अंदर से हिम्मत व आत्मबल प्रदान करता है. हनुमान कवच के पाठ से जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं. इससे आपके रुके हुए और बिगड़े हुए काम बनने लगते हैं. किसी भी महत्वपूर्ण कार्य की सिद्धि के लिए इसका पाठ करना बहुत उपयोगी माना जाता है.
मंगल दोष का शमनजिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष होता है, उनके लिए हनुमान कवच का पाठ विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है. यह मंगल के नकारात्मक प्रभावों को कम करता है. इसके अलावा यह कवच विभिन्न ग्रहों के अशुभ प्रभावों को शांत करने में भी सहायक होता है, जिससे जीवन में सकारात्मकता आती है. इसके नियमित पाठ से मानसिक शांति प्राप्त होती है. यह व्यक्ति की बुद्धि और विवेक को बढ़ाता है, जिससे वह सही निर्णय ले पाता है.
पाठ करने का सही तरीका और समयहनुमान कवच का पाठ करने से पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनना चाहिए. इसके बाद भगवान हनुमान की मूर्ति या चित्र के सामने बैठकर पाठ शुरू करें. हनुमान कवच का पाठ हर मंगलवार और शनिवार के दिन किया जा सकता है. ये दिन हनुमान जी की पूजा और कवच पाठ के लिए विशेष शुभ माने जाते हैं. हनुमान कवच का पाठ करते समय मन को एकाग्र रखें और पूरी श्रद्धा व विश्वास के साथ पाठ करें. इससे जीवन में कभी बाधाएं नहीं आती हैं और बिगड़े हुए काम भी बनने लगते हैं.