हरियाणा वर्षा अलर्ट: हरियाणा में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है. राज्य के कई जिलों में लगातार बारिश दर्ज की जा रही है और मौसम विभाग ने आज यानी 1 जुलाई 2025 को सभी जिलों के लिए वर्षा का अलर्ट जारी किया है. खासकर करनाल, यमुनानगर, पानीपत, सोनीपत और झज्जर जैसे इलाकों में भारी बारिश के आसार जताए गए हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है.
तात्कालिक मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, झज्जर, रोहतक, हिसार, सोनीपत, जींद, पानीपत, करनाल, फतेहाबाद और कैथल में मेघगर्जन, आकाशीय बिजली, और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाएं आने की संभावना है. इसके साथ ही मध्यम दर्जे की वर्षा भी हो सकती है.
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ के मुताबिक, मानसून टर्फ की उत्तरी सीमा श्रीगंगानगर, फतेहगढ़, दिल्ली, सीधी, जमशेदपुर से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है. यही वजह है कि हरियाणा में मानसून की गति तेज हो गई है.
मौसम विभाग के अनुसार, 2 जुलाई को हरियाणा के दक्षिणी-पश्चिमी और दक्षिणी जिलों में सबसे अधिक बारिश देखने को मिल सकती है.
बारिश की तीव्रता को देखते हुए शहरी क्षेत्रों में जलभराव, सड़क दुर्घटनाएं, और ट्रैफिक अवरोध जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. प्रशासन को पहले से तैयार रहने की जरूरत है.
मौसम विभाग ने कृषक समुदाय को भी सचेत रहने की सलाह दी है, क्योंकि तेज बारिश और बिजली गिरने से फसलें प्रभावित हो सकती हैं. खेतों में पानी भरने से धान की बुवाई, सब्जियों, और फलों को नुकसान पहुंच सकता है.
प्रशासन अगर बारिश तेज होती देखता है तो स्कूलों में छुट्टियों की घोषणा की जा सकती है, खासकर ग्रामीण और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में.
बारिश के साथ तेज हवाएं और बिजली गिरने के खतरे को देखते हुए बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है. आपदा प्रबंधन विभाग और बिजली निगमों को अलर्ट पर रहने की आवश्यकता है ताकि जमीन स्तर पर नुकसान कम से कम हो.