इंग्लैंड दौरे पर युवा कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व वाली युवा और कम अनुभवी टीम इंडिया हर मैच और हर पारी के साथ कुछ न कुछ रिकॉर्ड कायम कर रही है. लीड्स टेस्ट में जहां 5 बल्लेबाजों ने शतक जमाकर इतिहास रचा था. वहीं एजबेस्टन टेस्ट की पहली पारी में कप्तान शुभमन गिल ने दोहरा शतक जमाकर रिकॉर्ड बुक को बदल दिया था. लीड्स में जहां जसप्रीत बुमराह ने 5 विकेट लेकर कीर्तिमान गढ़े थे. वहीं एजबेस्टन में ये काम मोहम्मद सिराज ने किया है और इसमें उन्हें साथ मिला है आकाश दीप का. टीम इंडिया के इन दोनों तेज गेंदबाजों ने एजबेस्टन में सभी 10 विकेट लेकर इतिहास रच दिया.
टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच के तीसरे दिन टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 407 रन पर ऑल आउट कर दिया. इस तरह टीम इंडिया को 180 रन की बढ़त मिली. जेमी स्मिथ और हैरी ब्रूक की 300 रन से ज्यादा की विस्फोटक साझेदारी के बावजूद इंग्लैंड को इस स्कोर पर रोकने में अहम भूमिका निभाई इस टेस्ट में टीम के सबसे सीनियर पेसर सिराज ने. जसप्रीत बुमराह की गैरहाजिरी में सिराज इस मैच में टीम के सबसे अनुभवी तेज गेंदबाज थे और उन्होंने अपने प्रदर्शन से इसे साबित भी किया.
सिराज और आकाश दीप का कहरसिराज ने मैच के दूसरे दिन के अंत में ही पहला विकेट झटक लिया था. फिर तीसरे दिन के दूसरे ही ओवर में जो रूट और बेन स्टोक्स को लगातार गेंदों पर आउट कर इंग्लैंड को झकझोर दिया था. इसके बाद दिन के तीसरे सेशन में सिराज ने इंग्लैंड के आखिरी 3 विकेट भी हासिल किए और इस तरह 6 विकेट लेकर इतिहास रच दिया. सिराज ने अपने करियर में चौथी बार एक पारी में 5 या उससे ज्यादा विकेट लिए.
वहीं दूसरी ओर आकाश दीप ने बाकी के 4 विकेट लिए. आकाश ने ही दूसरे दिन लगातार गेंदों पर इंग्लैंड को शुरुआती दोनों झटके दिए थे. फिर स्मिथ और ब्रूक ने जब 300 रन की साझेदारी कर ली थी और टीम इंडिया को विकेट नहीं मिल रहा था तो दाएं हाथ के इस पेसर ने ही नई गेंद से इस पार्टनरशिप को तोड़ा था. आकाश ने पहले ब्रूक और फिर क्रिस वोक्स के विकेट हासिल किए.
42 साल पुराना इतिहास दोहरायाइस तरह सिराज और आकाश ने ही इस पारी में सभी 10 विकेट हासिल कर इंग्लैंड को ऑल आउट किया. इन दोनों गेंदबाजों के इस करिश्मे ने 42 साल पुराना इतिहास दोहरा दिया. असल में भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ये सिर्फ चौथा मौका है, जब किसी पारी में ओपनिंग बॉलर्स (पहले दो गेंदबाज) ने ही सभी 10 विकेट लिए. एजबेस्टन टेस्ट से पहले ये कमाल 42 साल पहले 1983 में देखने को मिला था, जब अहमदाबाद में कपिल देव और बलविंदर संधू ने वेस्टइंडीज के खिलाफ सभी 10 विकेट लिए थे. तब कपिल ने 9 और संधू ने 1 विकेट लिया था.