स्वास्थ्य समाचार: बैंगन में विटामिन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है। इसके सेवन से मुंहासों की समस्या कम होती है और त्वचा पर निखार आता है।
शियाटिका: अरंड के तेल में बैंगन की सब्जी बनाकर सेवन करें। खांसी के दौरान बैंगन का भुर्ता खाना फायदेमंद होता है।
लकवा: छोटे बैंगन की सब्जी का सेवन करें। कफ और दमा की समस्या में बड़े बैंगन का उपयोग करें।
कब्ज और एसिडिटी: बैंगन का रायता खाने से राहत मिलती है।
लिवर और आंतों के रोग: लंबे बैंगन का सेवन लाभकारी होता है।
सूजन, घाव, मोच और दर्द: बैंगन को तवे पर गर्म करके सेकने से तुरंत राहत मिलती है।
गर्भावस्था: गर्भवती महिलाओं को आयरन और कैल्शियम की पूर्ति के लिए बैंगन का रायता खाना चाहिए।
संक्रमण: इसमें मौजूद क्लोरोजेनिक तत्व प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा कम होता है।
दांत दर्द में राहत:
बैंगन का रस दांत दर्द में दर्द निवारक के रूप में काम करता है। इसके रस से दांतों के दर्द में आराम मिलता है। साथ ही, इसकी जड़ का उपयोग अस्थमा की रोकथाम में भी किया जाता है।
वजन कम करने में सहायक:
बैंगन कैलोरी को जलाने में मदद करता है और फाइबर से भरपूर होता है। बैंगन से बनी चीजें खाने से व्यक्ति को जल्दी भरा हुआ महसूस होता है, जिससे वे कम खाते हैं। इसलिए, वजन कम करने वालों के लिए यह एक उत्कृष्ट विकल्प है।