बिहार के मधेपुरा जिले में रविवार को एक निजी क्लिनिक से युवक का शव संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे से लटका हुआ मिला। यह सनसनीखेज घटना बिहारीगंज थाना क्षेत्र के मंजौरा बाजार वार्ड संख्या नौ की है, जहां स्थित एक निजी क्लिनिक में 20 वर्षीय युवक दिलीप कुमार पासवान का शव फंदे से लटका हुआ पाया गया। घटना के बाद से इलाके में अफरातफरी और तनाव का माहौल है।
छह साल से चला रहा था क्लिनिकमृतक दिलीप कुमार पासवान की पहचान चौसा थाना क्षेत्र के बसैठा काली स्थान वार्ड आठ निवासी के रूप में हुई है। वह पिछले छह वर्षों से अपने बड़े भाई अमित कुमार पासवान के साथ मिलकर मंजौरा बाजार में आरोग्यम् हेल्थ केयर नामक निजी क्लिनिक चला रहा था। दिलीप खुद इसी क्लिनिक परिसर में एक मेडिकल दुकान भी संचालित करता था।
रविवार की सुबह जब लोग क्लिनिक आए, तो उन्होंने दरवाजा बंद पाया। काफी देर तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर खिड़की से झांककर देखा गया, तो अंदर दिलीप का शव पंखे से लटकता मिला। तुरंत इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई, जिसके बाद बिहारीगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतारा।
आत्महत्या या हत्या? पुलिस जांच में जुटीघटना की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। मृतक के परिजन इसे हत्या करार दे रहे हैं, जबकि पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है, और फॉरेंसिक जांच की भी तैयारी चल रही है।
थानाध्यक्ष ने बताया:
इलाके में फैली सनसनी“घटना संदिग्ध है। परिवार वालों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।”
इस दर्दनाक घटना के बाद मंजौरा बाजार और आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई। स्थानीय लोग यह मानने को तैयार नहीं हैं कि दिलीप जैसा मेहनती और सरल स्वभाव का युवक आत्महत्या कर सकता है। बाजार में उसकी अच्छी खासी पहचान थी और उसके व्यवहार की लोग सराहना करते थे।
परिजनों ने जताई साजिश की आशंकामृतक के भाई अमित कुमार पासवान ने कहा कि दिलीप की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी और वह मानसिक रूप से भी पूरी तरह स्वस्थ था। उन्होंने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है।