मौसम अद्यतन अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी लेकर आ रही हवाओं ने उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में मौसम की तस्वीर बदल दी है. अगले तीन दिनों तक भारी बारिश की संभावना है, जो जनजीवन को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है. मौसम विभाग ने कई राज्यों में भारी से अति भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है.
भारत मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि आने वाले 2 से 3 दिनों तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में मूसलधार बारिश हो सकती है. इसके साथ ही मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात और राजस्थान में भी भारी बारिश के आसार हैं.
इस भारी बारिश से सड़कों पर जलभराव, नदियों का जलस्तर बढ़ना और बाढ़ की स्थिति बन सकती है. प्रशासन को सतर्क रहने और राहत कार्यों के लिए तैयारी रखने के निर्देश दिए गए हैं.
जहां एक ओर देश के कई हिस्सों में बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति बन रही है, वहीं बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अभी भी मानसून की स्थिति कमजोर बनी हुई है. मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि दो से तीन दिनों बाद मानसून थोड़ा उत्तर की ओर बढ़ेगा, तब इन इलाकों में भी बारिश की गतिविधियों में तेजी आ सकती है.
इस समय बिहार को बारिश के लिए इंतजार करना पड़ेगा, जबकि झारखंड और ओडिशा में फिलहाल बारिश जारी है, लेकिन मंगलवार तक इसमें कमी आ सकती है.
मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और गुजरात में तेज बारिश का नया क्षेत्र बन चुका है, जहां बारिश की तीव्रता लगातार बढ़ रही है. इन राज्यों में आने वाले कुछ दिनों तक लगातार भारी बारिश की संभावना है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो सकता है.
हरियाणा और पंजाब में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है. हरियाणा के पास निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है और पंजाब से विदर्भ तक ट्रफ लाइन गुजर रही है. इस वजह से इन इलाकों में भारी से अति भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है.
विशेष रूप से पंजाब के लगभग सभी जिलों में अगले तीन दिनों तक आफत की बारिश हो सकती है. लोगों को सलाह दी गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें.
दिल्ली-NCR में स्काइमेट वेदर एजेंसी ने बताया है कि शाम से लेकर देर रात तक बारिश शुरू हो सकती है. IMD के अनुसार, अगले तीन दिनों तक दिल्ली समेत आसपास के क्षेत्रों में भारी वर्षा का सिलसिला जारी रहेगा.
इस दौरान जलभराव, ट्रैफिक जाम और सामान्य जनजीवन पर असर पड़ने की आशंका है. नगर निगम और प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है.
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में भी बारिश का दौर जारी है. IMD ने चेतावनी दी है कि जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में अत्यंत भारी बारिश हो सकती है. इससे भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ की घटनाएं सामने आ सकती हैं.
हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में पहले से ही भारी बारिश जारी है, और अगले दो से तीन दिनों तक राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है. इसी प्रकार, उत्तराखंड में भी तेज बारिश की आशंका है.
मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों में अगले 24 घंटे बेहद भारी बारिश के संकेत मिल रहे हैं. स्थिति धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ रही है और 9 से 10 जुलाई तक ग्वालियर संभाग में भी तेज बारिश की संभावना है. राज्य सरकार ने जिला प्रशासन को आपातकालीन व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं.
छत्तीसगढ़ में मंगलवार को अत्यंत भारी बारिश का पूर्वानुमान है. वहां भी निम्न दबाव प्रणाली और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के चलते जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है. ग्रामीण इलाकों में फसल को नुकसान और यातायात में बाधा की आशंका जताई गई है.