इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सोमवार को वॉशिंगटन दौरे पर पहुंचे थे. इस दौरान ट्रंप और नेतन्याहू ने ईरान के न्यूक्लियर सेंटर्स पर हाल में किए गए संयुक्त हमलों को पूर्ण रूप से सफल करार देते हुए जीत का जश्न मनाया. इसी बीच दोनों नेताओं की सामने आई एक तस्वीर ने ईरान को लेकर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं.
ऐसा माना जा रहा है कि इस फोटो में अपना एक खास संदेश छुपा हुआ है. दरअसल ट्रंप और नेतन्याहू दोनों मानते हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति पर जानलेवा हमले के पीछे ईरान का हाथ था. व्हाइट हाउस में ट्रंप और नेतन्याहू इस फोटो को देख रहे हैं, मानो अब बदला लेने की बारी है.
हमले के पीछे ईरान का हाथFIGHT! FIGHT! FIGHT! 🇺🇸🇮🇱 pic.twitter.com/wUWqgaHCfl
— The White House (@WhiteHouse)
दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले को लेकर अमेरिकी न्याय विभाग ने बड़ा दावा करते हुए कहा था कि इस हमले के पीछे ईरान का हाथ था. उन्होंने कहा कि ईरान ने ट्रंप की हत्या करने के लिए सुपारी दी थी.
13 जुलाई 2024 को हुआ था ट्रंप पर हमलाबता दें कि ट्रंप पर 13 जुलाई 2024 को पेंसिल्वेनिया के बटलर शहर में उस दौरान फायरिंग हुई थी जब वह एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे. इस हमले में डोनाल्ड ट्रंप के कान से छूते हुए एक गोली निकली थी. इतना ही नहीं इस घटना के करीब 64 दिन बाद एक बार फिर उन पर जानलेवा हमले की कोशिश की गई थी. उस दौरान ट्रंप फ्लोरिडा में पाम बीच काउंटी के इंटरनेशनल गोल्फ क्लब में मौजूद थे.
ट्रंप की जीत पर क्या बोला था ईरानराष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत के बाद ईरान ने बेहद ठंडी प्रतिक्रिया दी थी. ईरान की ओर से कहा गया था कि ट्रंप की जीत का असर ईरान पर कुछ नहीं होगा. ईरान के राष्ट्रपति के प्रवक्ता फतेह मोहजेरानी ने कहा था कि दोनों देशों के बीच नीतियां पहले से तय हैं. किसी के पद पर आने से कुछ भी नहीं बदलेगा.
ईरान का न्यूक्लियर प्लांट तबाहवहीं हाल ही में इजराइल और ईरान जंग के बीच अमेरिका के आने से तनाव बढ़ गया था. पिछले महीने 12 दिन तक चले युद्ध में राष्ट्रपति ट्रंप ने अहम भूमिका निभाई. ट्रंप ने नेतन्याहू की सेना को ईरान की मिसाइलों से बचाया, साथ ही खामेनेई के न्यूक्लियर प्लांट को भी तबाह कर दिया.