सोलर एनर्जी क्षमता के साथ बैटरी स्टोरेज कैपेसिटी का भी करना होगा विस्तार : अजय माथुर
Samachar Nama Hindi July 09, 2025 10:42 AM

नई दिल्ली, 8 जुलाई (आईएएनएस)। इंटरनेशनल सोलर एलायंस के पूर्व डीजी और आईआईटी दिल्ली में प्रोफेसर अजय माथुर ने कहा कि सोलर एनर्जी क्षमता के साथ बैटरी स्टोरेज कैपेसिटी का भी विस्तार करना आवश्यक है।

समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए अजय माथुर ने कहा कि देश में तेजी से सोलर एनर्जी क्षमता बढ़ रही है। सोलर एनर्जी का उत्पादन दिन में होता है, लेकिन इसका उपयोग रात में अधिक होता है। इस कारण से बैटरी स्टोरेज कैपेसिटी को भी बढ़ाना आवश्यक है।

उन्होंने आगे कहा कि पिछले एक साल में हुए ऑक्शन में सोलर, विंड और स्टोरेज से आने वाली बिजली का कीमत 5 रुपए प्रति यूनिट से कम रही है, जबकि इस दौरान नए कोयला प्लांट्स से पैदा हुई बिजली की कीमत 5 रुपए से अधिक रही है।

इस कारण से हमें अब आगे बढ़ने के लिए सोलर, विंड और स्टोरेज पर फोकस करना चाहिए।

माथुर ने आगे कहा कि 2030 तक भारत आराम से 500 गीगावाट के रिन्यूएबल एनर्जी के लक्ष्य को पार कर लेगा।

केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) के आंकड़ों के मुताबिक, भारत की कुल रिन्यूबल एनर्जी इंस्टॉल्ड कैपेसिटी में दिसंबर 2024 तक 15.84 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो दिसंबर 2023 में 180.80 गीगावाट से बढ़कर अब 209.44 गीगावाट हो गई है।

इस दौरान सोलर एनर्जी सेक्टर ने 24.54 गीगावाट की वृद्धि के साथ इस वृद्धि का नेतृत्व किया, जो इसकी क्यूमलेटिव इंस्टॉल्ड कैपेसिटी में 33.47 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है, जो 2023 में 73.32 गीगावाट से बढ़कर 2024 में 97.86 गीगावाट हो गई है।

पिछले कुछ वर्षों में भारत एनर्जी ट्रांजिशन में दुनिया के लीडर्स में से एक के रूप में उभरा है और 2030 तक 500 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी कैपेसिटी जोड़ने का लक्ष्य तय किया है, जिसमें सोलर एनर्जी इस लक्ष्य को प्राप्त करने में प्रमुख भूमिका निभाएगी।

राजस्थान, गुजरात और कर्नाटक सोलर कैपेसिटी वृद्धि में अग्रणी राज्य बनकर उभरे हैं, जबकि शीर्ष 10 राज्यों में कुल इंस्टॉलेशन का 94 प्रतिशत हिस्सा है।

---आईएएनएस

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