पिछले 24 घंटों में कहां-कहां हुई बारिश
बीते 24 घंटे में रायसेन, बालाघाट, नरसिंहपुर, मंडला, छतरपुर, सागर, जबलपुर, दमोह, कटनी, शहडोल, बैतूल, अनूपपुर, टीकमगढ़ और कई जिलों में जोरदार बारिश दर्ज की गई. वारासिवनी में 353.3 मिमी, बैहर में 232.2 मिमी और कटंगी में 223.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो कि अत्यधिक बारिश की श्रेणी में आती है. मौसम का असर अधिकतम तापमान पर भी पड़ा और कई जिलों में यह सामान्य से 5-6 डिग्री तक कम रहा.
9 जुलाई को किन जिलों में अलर्ट?
आज यानी 9 जुलाई को रायसेन, नमदापुरम, बैतूल, हरदा, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, डिंडोरी और पांढुर्णा जिलों में अत्यधिक और अति भारी बारिश का अनुमान है. भोपाल, विदिशा, बुरहानपुर, खरगोन, उज्जैन, देवास, शाजापुर, कटनी, टीकमगढ़, दमोह, सागर, छतरपुर जैसे जिलों में भी भारी बारिश और तेज हवाओं के साथ गरज-चमक की चेतावनी दी गई है. कई जिलों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.
आने वाले 2 दिन का पूर्वानुमान
10 और 11 जुलाई को भी मध्यप्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है. बालाघाट, छिंदवाड़ा, कटनी, जबलपुर, मंडला, टीकमगढ़, सागर, दमोह, रायसेन और बैतूल जैसे जिलों में लगातार बारिश का दौर जारी रहेगा. बारिश के कारण कुछ निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है.
मानसून की स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार गंगीय पश्चिम बंगाल पर बना कम दबाव का क्षेत्र अब धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम दिशा में झारखंड और उत्तर छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ रहा है. इससे मध्यप्रदेश में मानसूनी गतिविधियां तेज बनी रहेंगी. दक्षिण गुजरात और आसपास के क्षेत्रों में भी चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है, जिससे नमी और वर्षा का असर बढ़ेगा.
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि कुछ जिलों में अति भारी वर्षा के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है और अचानक बाढ़ की स्थिति बन सकती है. विशेषकर बालाघाट, सिवनी, मंडला, जबलपुर, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, रायसेन, बैतूल, हरदा, शाजापुर, कटनी जैसे जिलों में सतर्क रहने की आवश्यकता है. साथ ही, बिजली गिरने और आंधी के दौरान खुले मैदानों से दूर रहने की सलाह दी गई है.