मौसम का पूर्वानुमान: उत्तर प्रदेश में बारिश का सिलसिला अभी थमा नहीं है। लेकिन मानसून की रफ्तार कुछ धीमी हो गई है। बीते 24 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई। पूर्वी और पश्चिमी यूपी के हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश देखने को मिली। IMD (भारतीय मौसम विभाग) के अनुसार बारिश का दौर अभी जारी रहेगा। हालांकि ज्यादा तीव्र बारिश फिलहाल देखने को नहीं मिल रही है।
मौसम विभाग ने 11 जुलाई तक प्रदेश के कई जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। इस अवधि में वज्रपात, गरज-चमक और तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। वहीं 14 जुलाई तक पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना बनी हुई है।
भारी बारिश का येलो अलर्ट:
बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, झांसी और ललितपुर जिलों में आज भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
बिजली गिरने का खतरा:
प्रभावित जिले हैं प्रयागराज, सोनभद्र, मिर्जापुर, कानपुर देहात, बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, कानपुर, सहारनपुर, इटावा, झांसी, ललितपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, संभल, जालौन, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, हमीरपुर, महोबा।
मौसम विभाग ने बिजली गिरने से बचाव के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी है जैसे – बारिश के दौरान खुले मैदानों में खड़े न हों, बिजली के खंभों और पेड़ों से दूर रहें।
बीते 24 घंटों में सबसे अधिक बारिश मुरादाबाद के बिलारी में दर्ज की गई। इसके अलावा बरेली, ललितपुर, मऊरानीपुर, बिलासपुर, रामपुर, मैनपुरी, लखीमपुर खीरी और औरेया में भी झमाझम बारिश हुई। इससे कई जिलों में दिन का तापमान घटा है।
उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में मानसून का असर अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग तरह से पड़ता है। किसी इलाके में तेज बारिश तो कहीं सूखा जैसी स्थिति। ऐसे में स्थानीय प्रशासन और नागरिकों दोनों की जिम्मेदारी है कि वे मौसम विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लें।