देहरादून, 9 जुलाई (Udaipur Kiran) । प्रदेश के उच्च हिमालय क्षेत्र में हर 12 साल में आयोजित होने वाली 280 किलोमीटर लंबी नंदा राजजात यात्रा 2026 में होगी। इसकी तैयारियों को लेकर देहरादून सचिवालय में मुख्य सचिव आनंद बर्धन की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई।
मुख्य सचिव ने यात्रा के संचालन के लिए विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने, सफाई और पर्यावरण संरक्षण के लिए ठोस योजना बनाने और पर्यटन सचिव को यात्रा का डॉक्यूमेंटेशन व डॉक्यूमेंट्री तैयार करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने चमोली के जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि सभी संबंधित विभागों और हितधारकों के साथ समन्वय कर एस०ओ०पी में व्यवस्था, सुरक्षा, संचालन और नियंत्रण से जुड़ी सभी बातों को शामिल किया जाए। उन्होंने अपशिष्ट, सेप्टिक और स्वच्छता प्रबंधन की समुचित योजना तैयार करने पर भी जोर दिया।
मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया कि यात्रा की पारंपरिक मौलिकता हर हाल में बनाए रखी जाए। यात्रा से जुड़े स्थायी और अस्थायी निर्माण कार्यों को अलग-अलग श्रेणियों में प्रस्तावित किया जाए और जरूरत के अनुसार सप्लीमेंट्री बजट की मांग की जाए, जबकि नियमित कार्य विभागीय बजट से ही पूरे हों।
मुख्य सचिव ने चमोली, अल्मोड़ा, बागेश्वर, नैनीताल और पिथौरागढ़ के जिलाधिकारियोंसे भी फीडबैक लेते हुए यात्रा तैयारियों से जुड़ी आवश्यकताओं की जानकारी ली।
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(Udaipur Kiran) / विनोद पोखरियाल