लखनऊ(Lucknow) से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर आप भी कहेंगे धोखाधड़ी की भी कोई हद होती है। तेलीबाग इलाके के रहने वाले आलोक तिवारी ने अपने दिवंगत पिता को कागजों में ज़िंदा दिखाकर सालों तक सरकारी पेंशन(Pension) हड़प ली। हैरानी की बात ये है कि इस फर्जीवाड़े को अंजाम देने के लिए उसने एक और शख्स को किराए पर रखा था। जिसे वो अधिकारियों के सामने अपने पिता के रूप में पेश करता था। अब जब मामला खुला है तो पेंशन विभाग ने आलोक के खिलाफ रिकवरी की कार्रवाई शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक आलोक के पिता प्रेम शंकर तिवारी माध्यमिक शिक्षा विभाग में टीचर थे। रिटायरमेंट के बाद पेंशन ले रहे थे। कुछ साल पहले उनकी मौत हो गई थी। लेकिन आलोक ने विभाग को इस बारे में कोई सूचना नहीं दी। उल्टा उसने एक नकली पिता तैयार कर लिया। वो हर महीने पेंशन अपने खाते में डलवाता रहा और विभाग को धोखे में रखता रहा।
फरवरी 2025 में जब दस्तावेजों की दोबारा जांच हुई तो अधिकारियों को शक हुआ। फाइल में मौजूद तस्वीर असली प्रेम शंकर से मेल नहीं खा रही थी। इसके बाद जब गहराई से जांच हुई तो पूरा फर्जीवाड़ा सामने आ गया। पता चला कि असली प्रेम शंकर की तो मौत काफी समय पहले हो चुकी है और उनका बेटा ही ये सारा खेल रच रहा था।
हालांकि अभी तक आलोक तिवारी के खिलाफ कोई FIR दर्ज नहीं की गई है। विभाग का कहना है कि अगर उसने पेंशन की रकम वापस नहीं की, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल तो ‘जिंदा बाप’ की यह कहानी पूरे शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है।